Friday, February 7


nरीवा से निकल कर कई युवा  रंगमंच और रुपहले पर्दे पर अपनी विशिष्ट पहचान बनाने के लिए संघर्षरत हैं जिनमें एक नाम सम्वेदना सेंगर (Samvedna Sengar ) का भी है जो माया नगरी कही जाने वाली फिल्म सिटी यानि मुम्बई में अपने काम को लेकर चर्चा में है। 
nफिल्मों और वेब सीरीज़ में रायटिंग वर्क को लेकर वो कभी सक्रिय होगी ऐसा कभी सम्वेदना ने नहीं सोचा था मगर विरासत में मिले लेखन के इस हुनर में अपना कौशल शामिल कर सम्वेदना ने खुद को साबित किया है।
nसम्वेदना के माता पिता का नाम साहित्य जगत का जाना पहचाना नाम है। पिता सत्येन्द्र सेंगर न केवल आवाज़ की दुनियाँ की एक लोकप्रिय शख़्सियत हैं जिन्हें आकाशवाणी और दूरदर्शन के हज़ारों श्रोताओं और दर्शकों का स्नेह मिलता है बल्कि वे एक बेहतरीन गीत कवि और शाइर हैं जो देश के सम्मानित मंचों पर रचनापाठ करते रहे हैं।

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सम्वेदना की माँ डॉ. सरिता ”सलिल” का नाम भी देश के अखिल भारतीय साहित्य मंचों का सम्मानित और लोकप्रिय नाम है, मगर सम्वेदना की प्रेरणा की कड़ी में माता पिता के अलावा उनके नाना चंद्रशेखर सिंह परिहार और बड़े नाना पद्मभूषण डॉ. शिवमंगल सिंह ‘सुमन’ महत्वपूर्ण रूप से शामिल हैं। 
nबचपन से ही साहित्यिक वातावरण मिला तो हिंदी का भावपूर्ण शब्द सामर्थ्य आश्चर्यजनक रूप से समृद्ध हो गया जिसने अंग्रेजी भाषा की फिल्मों और वेबसीरीज़ में भावपूर्ण ट्रांसलेशन का माद्दा दे दिया।
nआज सम्वेदना अपने काम में व्यस्त हो चुकी हैं जिसमें एक्टिंग के अलावा स्क्रिप्ट एडाप्टर के रूप में उनकी डिमांड है।
nमुम्बई में रहते हुए परिवार से दूर रहने की स्थितियों के सवाल पर  सम्वेदना कहती हैं कि कार्य ही मेरी पूजा है। रही परिवार से दूर रहने की बात तो अपने छोटे भाई शान्तनु और माँ से रोज़ ही वीडियो कॉल पे बात होती है। पापा से भी जब तब फोन पे बात होती ही रहती है। 
nसम्वेदना अपने परिवार से मिले सपोर्ट और प्रोत्साहन को खुद की सफलता में सहायक मानती हैं। वो बताती हैं कि मेरे परिवार ने  कोई भी कैरिअर मुझपे थोपने की कोशिश नहीं की। मम्मी पापा का यही कहना था कि जो भी करो पूरे मन से करो। अपने काम में तुम्हें सदा ही अपना 100 % देना है।
nयुवाओं को सफलता के सूत्र के सवाल पर सम्वेदना  कहती हैं कि “कड़ी मेहनत के अलावा और कोई रास्ता नहीं। खुद को लगातार ही इस तरह तैयार करना होता है कि चुनौतियों को कुशलता से हल कर सकें।
nवैसे भी कला का क्षेत्र स्वयं को निरंतर निखारने का क्षेत्र है जहाँ कोई शार्ट कट नहीं चलता।
nज्योति सीनियर सेकेंडरी रीवा से स्कूलिंग करने वाली सम्वेदना की आगे की पढ़ाई के लिए कदम बढ़े राजधानी भोपाल की तरफ और IEHE (institute for excellence in higher education) Bhopal से केमेस्ट्री ऑनर्स में ग्रेजुएशन किया।

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n Teleperformance co. में इंदौर में 2 साल तक HR के रूप में सेवाएं भी दीं। पर मुक़द्दर शायद भविष्य की कोई और रूपरेखा गढ़ रहा था। भोपाल और इंदौर में रहने के दौरान कुछ कंपनियों के विज्ञापन किये थे जिन्होंने मुम्बई जाने की राह खोल दी।
nखाली समय में क्या करती हैं जैसे सवाल पर सम्वेदना हँसते हुए जवाब देती हैं कि काम करने और अगले काम की तैयारी करने में समय ही नहीं बचता। मगर कभी अगर समय मिलता है तो उन्हें किताबें पढ़ना पसंद है। 

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~. SafarNaama. ~

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Name – Samvedna Sengar

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Home town – Rewa (M.P.)

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School – Jyoti senior secondary school (Rewa)

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College – IEHE (Institute for excellence in higher education) Bhopal

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Job- worked in Teleperformance in Indore as a *HR* for two years.

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Current profession – Actor/Script adaptator

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Experience – (As an Actor)
n**5 years of theater experience.*
n**Web series- Hush Hush (Amazon Prime)*
n**Web Series- Taza Khabar (Disney Hotstar)*
n**Web Series- The Cancer Bitch (Sony LIV) not yet released.*
n**Ad- Exide Battery (Corporate)*
n**Montage Ad- MPL*

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