उम्र बढऩे के बाद लोगों की याददाश्त कमजोर होना तो आम बात है, लेकिन देखने में आ रहा है कि आजकल के बच्चे भी इस परेशानी से जूझने लगे हैं, जो इनके पैरेंट्स के लिए टेंशन का कारण बन रहा है। बच्चे स्कूल में पढ़ाई गई बातों को भूल जाते हैं। उनका मन एकाग्र नहीं होता है। काभी कोशिश के बाद भी वो पढ़ाई में मन नहीं लगा पाते हैं। ऐसे लोगों की संख्या में लगातार वृद्धि हो रही है। यूथ में भी ऐसी समस्या काफी बढ़ रही है। मौजूदा दौर में ज्यादातर लोग तनाव से ग्रसित हैं जो आगे चलकर बड़ी समस्या का कारण । आयुर्वेद में इस परेशानी से छुटकारा पाने का रामबाण इलाज है। जी हां इस समस्या में ब्राह्मी को बेहद कारगर माना गया है। इस जड़ी बूटी में ऐसे गुण होते हैं जो तनाव और चिंता को दूर करते हुए ब्रेन पावर बढ़ाने में हेल्प करता है।
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इसलिए याददाश्त हो जाती है कमजोर
nकिसी व्यक्ति की याददाश्त का उसके पोषण से डायरेक्ट संबंध है। यदि किसी के शरीर में पोषक तत्वों की कमी है तो उसकी याददाश्त का कमजोर होना लाजमी है। सिर पर लगी कोई चोट भी इसका प्रमुख कारण है। लेकिन ब्राह्मी एक ऐसी औषधि है, जिसके सेवन से आपके सोचने समझने की शक्ति अच्छी होती है और इसके नियमति इस्तेमाल से दिमाग भी तेज होती है।
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ब्राह्मी के हैं और भी फायदे
nब्राह्मी (Brahmi) दिमाग के लिए बहुत ही फायदेमंद है। इसके नियमित सेवन से चिंता और तनाव से भी मुक्ति मिलती है। इसके लिए आपको करना इतना है कि एक गिलास दूध में आधा चम्मच ब्राह्मी डालकर इसे करीब दो मिनट तक अच्छे से उबाल लें और सोने से पहले रोज इस दूध को पीना है। ऐसा नियमित करने से धीरे-धीरे आपकी मेमोरी पावर अच्छी हो जाएगी। हेल्थ एक्सपट्र्स की मानें तो गाजर के जूस में केसर डालकर पीने से भी याददाश्त तेज होती है। दरअसल ब्राह्मी में एंटीऑक्सीडेंट भी भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं जो हृदय रोग और डायबिटीज जैसे गंभीर बीमारियों के खतरे को कम कर देता है।