nरीवा। स्वच्छता सर्वेक्षण (Swachhta Survekshan 2023) के कार्यों को बेहतर तरीके संपादित करने के लिए हर साल ब्रांड एंबेसडर नियुक्त किए जाने का प्रावधान है। इस साल रीवा नगर निगम में अब तक यह नियुक्ति नहीं हो सकी है। कुछ महीने पहले नगर निगम के अधिकारियों ने भारतीय टीम के क्रिकेटर कुलदीप सेन (Kuldeep Sen) का नाम तय किया था और उन्होंने शहर के कुछ हिस्सों में भ्रमण कर लोगों से स्वच्छता की अपील भी की थी। इसको लेकर निर्धारित प्रक्रिया का पालन नहीं किए जाने के चलते विवाद उठा तो निगम अधिकारियों ने आनन-फानन में ब्रांड एंबेसडर के उक्त नाम को वापस ले लिया। इसके बाद से अब तक कोई नया नाम तय नहीं हुआ है। जबकि स्वच्छता सर्वेक्षण में नगरीय निकायों को ब्रांड एंबेसडर की नियुक्ति करना जरूरी होता है। इसके लिए 30 अंक निर्धारित किए गए हैं।
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यदि ब्रांड एंबेसडर की नियुक्ति नहीं की जाएगी तो उक्त अंक कट जाएंगे जो स्वच्छता सर्वेक्षण की रैंकिंग को भी प्रभावित करेंगे। आगामी अप्रेल महीने में स्वच्छता सर्वेक्षण के लिए टीम रीवा आएगी। इसके पहले नगर निगम को सारी तैयारियां पूरी करनी होंगी। स्थानीय ‘ब्रांड एंबेसडर’ की नियुक्ति के लिए शहर के कलाकार, डॉक्टर्स, शिक्षक, धार्मिक नेता, खिलाड़ी या किसी प्रभावशाली व्यक्ति को नामित करना होता है।
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इस साल ब्रांड एंबेसडर की नियुक्ति को लेकर अब तक प्रयास ठीक तरीके से नहीं हो सके हैं। शुरुआत में ही विवाद उठा तो इस मामले को ठंडे बस्ते में अधिकारियों ने डाल दिया है। इस बार सरकार ने कहा था कि ट्रंासजेंडर को भी ब्रांड एंबेसडर बनाए जाने के रास्ते खुले हैं, निकाय अपनी इच्छा के अनुसार नाम चयनित कर सकता है। सर्वेक्षण के दौरान नागरिकों से ब्रांड एंबेसडर के काम की पुष्टि की जाएगी। अधिकांश सकारात्मक प्रतिक्रिया निकाय को 50 अंक देगी। यह फीडबैक का हिस्सा है। ब्रांड एंबेसडर की नियुक्ति से 30 अंक मिलते हैं और उसके बेहतर कार्य से ५० अंकों तक मिलने की संभावना होती है।
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nब्रांड एंबेसडर के लिए यह हैं शर्तें
n- 10 लाख जनसंख्या वाले शहर में न्यूनतम 3 ब्रांड एंबेसडर नियुक्ति किए जा सकते हैं।
n- एक से 10 लाख जनसंख्या वाले शहर में न्यूनतम 2 ब्रांड एंबेसडर।
n- एक लाख तक जनसंख्या वाले शहर में न्यूनतम 1 ब्रांड एंबेसडर नियुक्त करने का प्रावधान है।
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nब्रांड एंबेसडर की यह होती है जिम्मेदारी
n- मासिक कार्ययोजना तैयार करने के लिए निकाय अधिकारियों के साथ मासिक बैठक।
n- सभी वार्डों को शामिल कर नागरिकों के साथ कम से कम दो बैठकें नागरिकों के कुछ व्यवहार स्वरूप में बदलाव के लिए पूछना।
n- स्त्रोत पृथक्करण अभ्यास, घरेलू खाद निर्माण, जीटीएल का उपयोग करना, स्वच्छता ऐप, सामुदायिक, सार्वजनिक शौचालयों की प्रतिक्रिया आदि उदाहरणों के माध्यम से 3-आर सिद्धांतों को बढ़ावा देना।
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nशहर के पद्मधर पार्क का 22 वर्षों के बाद होगा कायाकल्प
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रीवा। शहर के मध्य स्थित पद्मधर पार्क का लंबे अंतराल के बाद कायाकल्प किया जाएगा। इसके लिए भूमिपूजन किया गया है, जिसके तहत अब ५३ लाख रुपए की लागत से कई निर्माण कार्य कराए जाएंगे। महापौर अजय मिश्रा बाबा और निगम आयुक्त संस्कृति जैन की मौजूदगी में वार्ड 18 के स्थानीय पार्षद अम्बुज रजक ने भूमि पूजन किया। महापौर ने कहा कि शहर के मध्य यह ऐतिहासिक स्थल मौजूद है, इसे बेहतर बनाया जाएगा ताकि यहां पर राजनैतिक सभाएं और सांस्कृतिक आयोजन होते रहें। महापौर ने कहा कि वर्ष 2000 के बाद अब 22 वर्ष बाद इस पार्क का कायाकल्प करने का काम किया जा रहा है, उन्होंने कहा कि जब वह महापौर का चुनाव लड़ रहे थे, तो उन्हें स्थानीय व्यापारियों सहित कई सामाजिक संस्थाओं के पदाधिकारियों ने यह कहा कि पद्मधर पार्क में सभी राजनैतिक दलो की सभाएं होती है, यहां कई सांस्कृतिक आयोजन ऐसे होते हैं जो अपने आप में ही विंध्य का इतिहास हैं, इसलिए इस पार्क का कायाकल्प कराया जाए। इस कार्य को प्राथमिकता में लिया और अब भूमिपूजन कर दिया गया है। इस दौरान महापौर अजय मिश्रा ने स्पष्ट किया कि पद्मधर पार्क में होने वाले कार्यों की गुणवक्ता में कोई समझौता नहीं किया जाएगा। इसके पहले डेकोरेटिव पोल के लिए निविदा कराई गई थी। जिसकी निविदा खुल चुकी है, आगे की कार्यवाही प्रचलन में है और जल्द ही इसका काम शुरू किया जाएगा। इस निविदा के अनुसार शहर के मुख्य बाजार शिल्पी प्लाजा के पीछे, कलेक्ट्रेट कोर्ट परिसर, पीली कोठी, जीडीसी गेट सहित मंदिरों को अलग लाइटिंग से सजाया जाएगा। इसके अलावा डबल साइड डेकोरेटिव पोल प्रकाश चौराहा से रसिया मोहल्ला तक लगाए जांएगे। भूमिपूजन के दौरान एमआईसी सदस्य धनेंद्र सिंह बघेल, स्वतंत्र शर्मा, कार्यपालन यंत्री एचके. त्रिपाठी, एसएल. दहायत, एसके गर्ग, अंबरीश सिंह, सुखेन्द्र चतुर्वेदी सहित अन्य मौजूद रहे।