रीवा। कलेक्ट्रेट के सामने करीब 11 महीने से धरना दे रहे सूअर पालकों के बीच मंत्री राजेन्द्र शुक्ला पहुंचे और लोगों से चर्चा की। मंत्री ने मुआवजे का आश्वासन देकर धरना समाप्त कराया। इसके कुछ देर के बाद ही राजनीति गरम हो गई। कांग्रेस अध्यक्ष राजेन्द्र शर्मा और संयुक्त किसान मोर्चा के जिला संयोजक शिव सिंह भी पहुंचे और आरोप लगाया कि मंत्री ने गुमराह किया है। उन्होंने अपील किया कि उनकी मांगों के अनुरूप मुआवजा नहीं दिया जाए तब तक वह धरना जारी रखें। इसके बाद प्रदर्शनकारियों ने भी धरना शुरू कर दिया और कहा कि मांग जो है उसे पूरा किया जाना चाहिए।
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बीते साल रीवा जिले में अफ्रीकन स्वाइन फीवर की वजह से मृत हुए सूअरों के बदले मुआवजा देने की मांग लेकर कलेक्ट्रेट के सामने धरना दिया जा रहा था। मंत्री ने चर्चा के बाद कहा कि पीडि़त परिवारों को 40 लाख रुपए का मुआवजा वितरित किया जाएगा। पूर्व में कई पशुपालकों को मुआवजा दिया गया था। मंत्री ने निर्देशित किया कि एसडीएम सभी पीडि़त परिवारों की सूची दो दिवस में तैयार कर उनके बैंक खाता नम्बर तथा आईएफएससी कोड के साथ प्रस्तुत करें। पीडि़त परिवारों के बैंक खाते में मुआवजा राशि जारी कर दी जाएगी। आश्वासन दिया कि सरकार गरीबों के साथ है, उनका ध्यान रखा जाएगा। इस अवसर पर एडीएम शैलेन्द्र सिंह, एसडीएम हुजूर अनुराग तिवारी, संयुक्त संचालक पशुपालन डॉ राजेश मिश्रा तथा पीडि़त परिवारों के सदस्य बड़ी संख्या में उपस्थित रहे।
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nहर परिवार को सही मुआवजा मिले : कांग्रेस
nधरना स्थल पर पहुंचे कांग्रेस अध्यक्ष राजेन्द्र शर्मा ने कहा कि शहर के साथ ही जिले भर में अफ्रीकन स्वाइन फीवर के चलते हजारों की संख्या में सूअरों की मौत हुई थी। रीवा जिले में 2500 से ज्यादा ऐसे बंसल परिवार है जो सूअर पालन करके जीवन यापन करते हैं। हर परिवार में 10-20 से भी अधिक सूअरों की मृत्यु हुई है। राजस्व पुस्तक परिपत्र में पशुओं की आकस्मिक मृत्यु होने पर मुआवजे के रूप में 3000 रुपए का मुआवजा देने का प्रावधान है। बीते नवम्बर 2022 में जिला प्रशासन द्वारा हानि के आंकलन के लिए कमेटी का गठन किया गया था किन्तु अब तक उस कमेटी द्वारा कोई रिपोर्ट नहीं दी गई। शर्मा ने आश्वासन दिया कि आने वाले महीने में चुनाव बाद कांग्रेस की सरकार आएगी तो उन्हें पूरा मुआवजा दिलाया जाएगा।
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पशुपालकों को गुमराह कर आंदोलन तोडऩे का प्रयास : एसकेएम
nमंत्री के जाने के बाद संयुक्त किसान मोर्चा के पदाधिकारी भी पहुंचे। यह आंदोलन मोर्चा के बैनर तले ही चल रहा था। मोर्चा संयोजक शिव सिंह ने कहा कि पशुपालकों को गुमराह कर मंत्री ने आंदोलन समाप्त कराने का प्रयास किया। आंदोलनकारियों ने मंत्री राजेंद्र शुक्ल को ज्ञापन सौंपकर 10 हजार प्रति मृत सूअर की मांग किया था लेकिन मंत्री ने धरना स्थल पर कहा कि सूची बहुत लंबी है हम 2 हजार रुपए देंगे। मंत्री के जाते ही यह जानकारी हुई की प्रति परिवार 2 हजार देने की बात कह कर गए हैं। आंदोलनकारियों ने इसके बाद धरना फिर शुरू कर दिया और कहा कि दो हजार प्रति परिवार देने पर वह राजी नहीं हैं।
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