रीवा। जिला पंचायत के सीईओ डॉ. संजय सोनवणे शनिवार को गुढ़ क्षेत्र में जल गंगा संवर्धन अभियान के तहत जलस्त्रोतों का मुआयना करने पहुंचे। कई ऐसे स्थान रहे जहां पर वाहन नहीं जा सकता था, इस कारण उन्होंने स्कूटी चलाकर उस स्थात तक पहुंचकर निरीक्षण किया।
इनके साथ जिला पंचायत सदस्य लालमणि त्रिपाठी, संजय सिंह वाटरशेड के परियोजना अधिकारी, रामरतन पटेल, रायपुर जनपद के सीईओ संजय सिंह, वेदमणि त्रिपाठी, सहायक यंत्री निखिल मिश्रा, अनुराग पांडेय सहित अन्य मौजूद रहे। आईएएस आफिसर को कड़ी दोपहर में स्कूटी खेत और मेढ़ में चलाते देख आसपास के लोग भी पहुंच गए।
इस दौरान जो स्थानीय अधिकारी-कर्मचारी उस क्षेत्र में जाने से बच रहे थे वह भी पीछे-पीछे पहुंचे। ग्राम पंचायत डढ़वा के फसइया बांध, महिदल तालाब, ग्राम पंचायत बदबार में सगरा तालाब एवं अन्य जल स्त्रोतों में तेजी के साथ काम किए जाने का निर्देश दिया।
सूखी नहरों में पानी छोडऩे की उठाई गई मांग
रीवा। भीषण गर्मी के चलते इनदिनों ग्रामीण क्षेत्रों में पेयजल संकट के साथ ही मवेशियों और पशु पक्षियों के लिए पानी का संकट है। गांवों में मवेशी पानी की तलाश में दूर-दूर तक भटक रहे हैं। इस कारण अब रीवा और मऊगंज दोनों जिलों की नहरों में पानी छोडऩे की मांग उठाई गई है। सपाक्स पार्टी के प्रतिनिधि मंडल के साथ इंजी. देवेन्द्र सिंह ने ज्ञापन सौंपा है और कहा है कि भीषण गर्मी में पशु-पक्षियों के लिए भी पानी का इंतजाम जरूरी है। उन्होंने दोनों जिलों के कलेक्टरों के साथ ही जल संसाधन विभाग के मुख्य अभियंता से भी मांग उठाई है कि त्वरित रूप से इस पर कार्रवाई की जाए। साथ ही कहा है कि किसानों को अगली फसल के लिए पानी देने की तैयारी को बल मिलेगा, नहर जहां कमजोर होंगी उसका भी पता चल जायेगा व आवश्यक सुधार करने का अभी से समय भी मिल जाएगा।