Friday, February 7

रीवा। सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल रीवा ने दशहरे के शुभ अवसर पर फिर से रचा इतिहास। बड़े शहरों में होने वाली लेफ्ट बंडल ब्रांच पेसिंग अब रीवा शहर में भी संभव हो गया है।

रीवा जिले के उमरी गांव के निवासी रामदास तिवारी बार-बार चक्कर और बेहोशी के साथ सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल में डॉक्टर एसके त्रिपाठी से मिले। मरीज के हृदय की इलेक्ट्रिकल वायरिंग ठीक नहीं थी जिस कारण उन्हें एक स्पेशल पेसमेकर की जरूरत थी । जिसमें लेफ्ट बंडल ब्रांच पेसिंग तकनीक का उपयोग होता है। यह एक जटिल तकनीक है जो सिर्फ बड़े शहरों में ही संभव हो पाई है।

डॉ एसके त्रिपाठी ने इस तकनीक का उपयोग करके मरीज के हृदय की इलेक्ट्रिकल वायरिंग को पूर्ण रूपेण सही करने का निर्णय लिया, प्रोसीजर जटिल था लेकिन हौसले भी बुलंद थे। प्रोसीजर के लिए डॉक्टर एस के त्रिपाठी ने सारे कैथ लैब स्टाफ और नर्सिंग स्टाफ को ट्रेनिंग दी जिससे प्रोसीजर की सफलता में कोई संदेह न रहे और मरीज की जान बचाई जा सके। 3 घंटे चले प्रोसीजर के बाद जो रिजल्ट आया वह सोच से भी बेहतर था।

डॉ एसके त्रिपाठी ने सारे कैथ लैब स्टाफ, नर्सिंग स्टाफ, मेडिकल कॉलेज के डीन सुनील अग्रवाल, सुपर स्पेशलिटी एवं संजय गांधी के अधीक्षक अक्षय श्रीवास्तव, कार्डियोलॉजी के विभागध्यक्ष डॉ वीडी त्रिपाठी, डॉ अवनीश शुक्ला, एवं उप मुख्यमंत्री राजेन्द्र शुक्ला का आभार व्यक्त किया।

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