Thursday, September 19

धार. मध्यप्रदेश के धार स्थित ऐतिहासिक भोजशाला का एएसआई द्वारा सर्वे किया जा रहा है। इसके लिए केंद्रीय पुरातत्व सर्वेक्षण की पांच सदस्यी टीम शुक्रवार सुबह साढ़े 6 बजे पहुंची। जिसके बाद टीम ने अंदर प्रवेश किया। यहां प्रशासन द्वारा कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की है। पहले ही भोजशाला के बाहर पुलिस फोर्स तैनात कर पहरा लगा दिया है। हालांकि शुरुआती दौर में सर्वे को लेकर कोई अपडेट सामने नहीं आया है।

सूत्रों का कहना है सर्वे टीम के आग्रह के बावजूद मुस्लिम पक्ष सुबह सर्वे में शामिल नहीं हुआ है। उधर, यह भी चर्चा है कि इस सर्वे से नाखुश होकर मौलाना कमालउद्दीन वेलफेयर सोसायटी ने सुप्रीम कोर्ट की शरण ली है। यहां सर्वे के खिलाफ याचिका प्रस्तुत की गई है। जिसमें सर्वे रोकने के आदेश देने की मांग की है। संभवत: इस पर आज ही के दिन यानी शुक्रवार को सुनवाई होकती है।
पुलिस छावनी में तब्दील, मीडिया को प्रवेश नहींभोजशाला में शुरु हुए सर्वे को लेकर प्रशासन पहले से ही अलर्ट हो गया है।

सुरक्षा व्यवस्था के मद्देनजर कलेक्टर प्रियंक मिश्रा और एसपी मनोज कुमार सिंह सहित अफसरों ने भोजशाला का औचक निरीक्षण किया था। इसके बाद पूरे परिसर को पुलिस छावनी में तब्दील कर दिया है। बाहरी गेट पर पुलिस चौकी है, जहां बेरिकेट्स लगाकर फोर्स तैनात कर दी है। वहीं मीडिया को भी अंदर जाने की अभी अनुमति नहीं है। सर्वे के दौरान वीडियोग्राफी और फोटोग्राफी भी की जा रही है।

इंदौर हाईकोर्ट के आदेश के बाद शुरु हुआ सर्वेहिंदू पक्ष द्वारा भोजशाला में स्थाई रूप से पूजा-अर्चना का अधिकार देने और नमाज बंद करने की मांग करते हुए इंदौर हाईकोर्ट में याचिका प्रस्तुत की थी। यह यात्रिका हिंदू फ्रंट फॉर जस्टिस के माध्यम से लगाई थी। जिस पर सुनवाई करते हुए 11 मार्च को हाईकोर्ट ने एएसआई सर्वे के आदेश दिए हैं। यह सर्वे ठीक वैसा ही होगा, जैसा ज्ञानवापी में हुआ है। यहां जीपीएस, जीपीआर तकनीक के माध्यम से विशेषज्ञों की टीम जांच करेगी।

29 अप्रैल को फिर होगी सुनवाईजानकारी के अनुसार सर्वे टीम यहां अलग-अलग दिन सर्वे करेगी। जिन्हें छह सप्ताह में अपनी रिपोर्ट तैयार कर हाईकोर्ट में पेश करना है। इसके पश्चात इस केस की अगली सुनवाई 29 अप्रैल होगी।

सर्वे के ये है बिंदू

-भोजशाला के पूरे परिसर का सर्वे और उत्खनन वैज्ञानिक पद्धति से होगा।
-उत्खनन और सर्वे जीपीएस और जीपीआर तकनीक के साथ कार्बन डेटिंग तथा अन्य नई तकनीक का इस्तेमाल होगा।

-भोजशाला परिसर की बाउंड्रीवाल से 50 मीटर की दूरी तक सर्वे किया जाना है।
-एएसआई की पांच सदस्यीय टीम यह सर्वे करेगी।

-सर्वे के दौरान दोनों पक्ष मौजूद रहेंगे।

-उत्खनन व सर्वे की वीडियोग्राफी कराई जाएगी।

-परिसर के सभी बंद पड़े कमरों , खुले परिसर तथा सभी दोपहर में नमाज के बाद फिर सर्वेभोजशाला को लेकर हिंदू और मुस्लिम पक्षों का अपना-अपना दावा है। जिसके कारण लंबे समय से विवाद चल रहा है। प्रत्येक मंगलवार को हिंदुओं को पूजा-अर्चना करने की अनुमति है, तो वहीं शुक्रवार को मुस्लिम समाज द्वारा नमाज पढ़ी जाती है। सर्वे के बीच ही दोपहर एक से तीन बजे तक मुस्लिम समाज की नमाज होगी। इस दौरान सर्वे रोका जाएगा। वहीं उसके पश्चात फिर से सर्वे की औपचारिकता चलेगी।

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