Friday, February 7

मऊगंज। जिले के नईगढ़ी जनपद क्षेत्र के बंधवा भाईबाट गांव में एक बार फिर दबंगों द्वारा सरकारी भूमि पर कब्जे का प्रयास करते हुए आम रास्ता बाधित किया गया है। पूर्व से चले आ रहे रास्ते के सीमा विवाद को लेकर राजस्व विभाग के अधिकारियों ने सीमांकन कराया था और बताया था कि सड़क की सीमा कहां तक है। इस पर गांव के ही मोहन सिंह और मुन्नालाल धोबी सहित अन्य ने मिलकर सीमांकन के लिए चिन्हित किए गए स्थल को उखाड़ दिया है।

ट्रैक्टर चलाकर आम रास्ते को जोत दिया गया है। जिसके चलते आम रास्ते का बड़ा हिस्सा खेत में मिल गया है। इसकी शिकायत मऊगंज की पुलिस अधीक्षक के साथ ही एसडीएम एवं अन्य अधिकारियों से की गई है। बंधवा भाईबाट गांव के निवासी शशांक सिंह ने अपने आवेदन में कहा है कि बीते जुलाई महीने में गांव के लोगों ने हायर सेकंडरी स्कूल की ओर जाने वाले मार्ग में बढ़ते अतिक्रमण के चलते एसडीएम से शिकायत की गई थी। जहां से राजस्व निरीक्षक और पटवारी को मौके पर भेजकर सीमांकन कराया गया।

राजस्व अमले ने सीमांकन की सीमा बताने के लिए पत्थर लगवा दिया था और चूना भी डलवाया गया था। गांव के लोगों ने कच्चे मार्ग को मरम्मत कराने की योजना बनाई थी। इसी बीच गांव के निवासी मोहन सिंह एवं उनके ट्रैक्टर के चालक मुन्नालाल सहित अन्य ने मिलकर आम रास्ते की भूमि को जोतकर अपने खेत में मिला लिया। इसका विरोध शशांक सिंह, मनू सिंह, शिवम सिंह, विपिन सिंह सहित अन्य गांव के लोगों ने किया और सड़क मार्ग को छोड़े रखने की मांग उठाई। जिस पर जिस पर मोहन ने कहा कि वह किसी भी सीमांकन या आदेश को नहीं मानेंगे, पूर्व में उनका कब्जा रहा है इस कारण फिर से अपना कब्जा जमा रहे हैं। साथ ही विरोध करने वालों को भी धमकाया। इस घटनाक्रम के बाद सरकारी मार्ग पर जोताई करने वालों के विरुद्ध आपराधिक प्रकरण दर्ज कराए जाने की मांग की गई है।

स्कूल-अस्पताल सहित कई सरकारी संस्थाओं का मार्ग बाधित
दबंगों ने सड़क को जोतकर अपने खेत में मिला लिया है। इसके साथ ही हायर सेकंडरी स्कूल, तालाब, शिवमंदिर, कब्रिस्तान, पशु अस्पताल, पंचायत भवन के साथ ही गांव की आधी आबादी का मार्ग बाधित हो गया है। इसके पहले भी दबंगों ने गांव के लोगों को डरा धमकाकर रास्ता बाधित किया था। तब भी प्रशासन और पुलिस के हस्तक्षेप के चलते रास्ता खुला था। अब एक बार फिर से बाधा डालने का प्रयास किया जा रहा है। स्कूल में हर दिन बड़ी संख्या में शिक्षकों के साथ छात्रों का आवागमन होता है। मार्ग अवरुद्ध होने से परेशानी भी बढ़ती है।


पूर्व में भी मामला सामने आया था, जिस पर तहसीलदार ने मौके पर पहुंचकर सीमांकन कराने के बाद सड़क की सीमा बता दी थी। सीमांकन का मसला हल हो चुका है। पंचायत को सड़क बनाना है, सड़क बन जाएगी तो समस्या का समाधान हो जाएगा। नए सिरे से यदि सड़क पर कब्जे का प्रयास हो रहा है तो इसकी भी जांच कराएंगे।
बीपी पांडेय, एसडीएम मऊगंज

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