Thursday, September 19

 

रीवा। शहर के सिरमौर चौराहे पर मनमानी रूप से दुकानें लगाने वालों पर अतिक्रमण की कार्रवाई की गई। वाहन पार्किंग के लिए आरक्षित स्थानों पर दुकानें लगाने वालों को हटाया गया। कई लोगों की सामग्री भी जब्त की गई। इस कार्रवाई का असर २४ घंटे भी बरकरार नहीं रह पाया। बुधवार को जिन स्थानों से दुकानदारों को खदेड़ा गया, दूसरे दिन गुरुवार को दोपहर बाद उन सभी की दुकानें उसी स्थान पर लगी हुई पार्ई गईं।

स्थानीय लोगों ने इसकी सूचनाएं नगर निगम और ट्रैफिक पुलिस के अधिकारियों को दी लेकिन वह दोबारा कार्रवाई का आश्वासन भी नहीं दे पाए। संयुक्त रूप से चलाए गए अतिक्रमणरोधी इस अभियान की दूसरे दिन ही हवा निकलने के चलते लोगों ने कार्रवाई पर सवाल उठाया है। सिरमौर चौराहे में मौजूद लोगों ने कहा है कि यह दिखावे की कार्रवाई होती है।

इस अतिक्रमण पर राजनीतिक संरक्षण भी प्राप्त होता है, जिसकी वजह से एक ओर कार्रवाई होती है दूसरी ओर वह फिर उसी स्थान पर कब्जा जमा लेते हैं। शहर के सिरमौर चौराहे में ठेला और गुमटी वालों का सड़क पर कब्जा आम हो गया है। लगातार यहां पर अतिक्रमण को हटाने की मांग उठती रहती है और इसी तरह से दिखावे की कार्रवाई भी होती है। यहां से गुजरने वाले लोग स्थाई समाधान चाहते हैं।

वाहन पार्किंग की जगह पर दुकानें
सिरमौर चौराहे के फ्लाईओवर के नीचे वाहन खड़ा करने के लिए स्थान निर्धारित किया गया है। यहां पर नगर निगम कई वर्षों से वाहन पार्किंग का ठेका देता रहा है। कुछ समय के लिए ठेका नहीं हो पाया, जिसके चलते यहां पर दुकानदारों ने कब्जा जमा लिया है। पहले भी वाहन पार्किंग ठेकेदार द्वारा ठेला वालों से पैसे लेकर दुकानें लगवाई जाती थी। अब फिर से वाहनों से अधिक ठेला इसके नीचे नजर आते हैं। इसी तरह न्यू बस स्टैंड के सामने फ्लाईओवर के नीचे ठेला लगाए जाने और उससे मनमानी वसूली को लेकर विवाद भी हुआ था। जिसके चलते कई वार्डों के पार्षदों ने आपत्ति भी दर्ज कराई थी। जिस पर नगर निगम ने ठेकेदार पर जुर्माना भी लगाया था।

मटके जब्ती के बाद देर वापस पहुंचाया
कार्रवाई के दौरान नगर निगम कर्मचारियों ने सड़क किनारे मटके बेचने वालों पर भी कार्रवाई की थी। निगम के वाहन में मटके जब्त कर उठा ले गए थे। इस पर विरोध शुरू हुआ तो देर रात नगर निगम के कर्मचारी वाहन लेकर पहुंचे और उसी स्थान पर मटके रख दिए जहां पर उठाए थे। शकुन और रजनी प्रजापति ने बताया कि वह कई वर्षों से गर्मी के दिनों में मटके बेचने का कार्य करती रही हैं। नगर निगम के लोग आए जबरिया मटके उठाकर ले गए। इसकी जानकारी कई लोगों को दी गई थी। अब पता नहीं किसके कहने पर वापस किया है लेकिन मटका वापस लौटा दिया है।

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