मऊगंज। जंगल से पानी की तलाश में भटककर गांव पहुंचे चीतल को स्थानीय लोगों की मदद से रेस्क्यू किया गया। जिसे वापस फिर से जंगल की ओर ले जाकर छोड़ दिया गया है। हनुमना वन परिक्षेत्र के टटिहरा गांव में एक घर के बाउंड्रीवाल के भीतर चीतल पहुंच गया था।

यह उस स्थान पर आकर बैठ गया जहां पानी रखा हुआ था। स्थानीय लोगों ने इसकी सूचना वन विभाग के कर्मचारियों को दी। जहां पर पहुंचे वनकर्मियों ने चीतल को पकडऩे के बाद उसका स्वास्थ्य परीक्षण कराया, जिसमें वह स्वस्थ पाया गया।

इसके बाद वन परिक्षेत्र के जंगल में ले जाकर छोड़ा गया। कार्रवाई में वन विभाग के बसंतलाल पांडेय, रामकलेश साकेत, अनिल शर्मा, राकेश मिश्रा आदि शामिल रहे। कर्मचारियों ने बताया कि इन दिनों जंगलों में पानी की समस्या है, जिसकी वजह से जानवर आए दिन जंगल से भटककर गांव पहुंच रहे हैं।

गत दिवस टीकर गांव में भी इसी तरह रेस्क्यू किया गया था। हनुमना और मऊगंज परिक्षेत्र में ही कई जगह से अलग-अलग जानवरों को रेस्क्यू किया गया है। एक दिन पहले ही मऊगंज वन परिक्षेत्र के चौरापहाड़ गांव में एक तेंदुआ की मौत हो गई है। उसकी मौत भी पानी की कमी के चलते होना माना जा रहा है। रीवा शहर के नजदीक अगडाल गांव में कुछ दिन पहले ही तालाब के किनारे पानी पीने आए चीतल की मौत हो गई थी।

Share.
Leave A Reply