जबलपुर। प्रदेश की संस्कारधानी जबलपुर में आयोजित रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव में उद्योगपतियों को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि मध्यप्रदेश निवेश के लिए सबके मन को भा रहा है मध्यप्रदेश में आप सभी आए. मैं आप सभी का स्वागत, अभिनंदन करता हूं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में हमारे देश ने दुनिया में एक नई ऊंचाईयों की ओर कदम बढ़ाए हैं। भारत आज दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है।
मुख्यमंत्री ने घोषणा करते हुए कहा कि जबलपुर में टेक्सटाइल और गारमेंट्स को बढ़ावा देने के लिए एक अत्याधुनिक स्किल डेवलपमेंट सेंटर बनाया जाएगा। इसमें क्लस्टर प्लग एवं प्ले योजना के तहत बहनों को सीखने के साथ ही बड़े पैमाने पर रोजगार की संभावनाएं भी बनेंगी।
*मध्यप्रदेश में हर क्षेत्र में हैं बड़ी संभावनाएं*-
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि मध्यप्रदेश के महाकौशल में 16 औद्योगिक पार्क, 517 एमएसएमई की इकाइयां स्थापित हैं, इससे लगभग 20 हजार लोगों को रोजगार मिल रहा है। अभी मध्यप्रदेश में बहुत अधिक संभावनाएं हैं, यहां अभी तक तोप बनती थी, अब टैंक बनने का भी एमओयू हुआ है। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश में शिक्षा के क्षेत्र में बड़ी संभावनाएं हैं तीन साल से भी कम समय में विश्वविद्यालयों की संख्या बढ़कर 52 हो गई है। मेडिकल कॉलेजों की संख्या निरंतर बढ़कर रही है। फार्मा सेक्टर में मध्यप्रदेश में 275 से ज्यादा इकाई हैं। 160 से अधिक देशों को फार्मा प्रोडक्ट मध्यप्रदेश से निर्यात होता है, यह हमारे लिए गौरव की बात है।
*1500 करोड़ रूपए की निवेश वाली इकाईयों का भूमिपूजन*
जबलपुर में आयोजित रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव द्वारा सिंगल क्लिक के माध्यम से 1500 करोड़ रूपए से अधिक का निवेश एवं 4500 से अधिक रोजगारों का सृजन करने वाली 67 इकाइयों का भूमिपूजन/लोकार्पण किया गया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने मध्यप्रदेश आईटी, आईटीईएस एंड ईएसडीएम इन्वेस्टमेंट प्रोमोशन पॉलिसी 2023 की प्रक्रिया का निर्धारण करने वाली गाइडलाइन का भी विमोचन भी किया।
*265 इकाइयों को 340 एकड़ भूमि आवंटन के आशय पत्र*
कॉन्क्लेव के दौरान मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने प्रदेश की 265 इकाइयों को 340 एकड़ भूमि के आवंटन के लिए आशय पत्र जारी किए। इनके माध्यम से कुल 12,000 व्यक्तियों के लिए रोजगार सृजित होंगे। इसके अलावा प्रदेश में 12 स्टार्टअप के लिए प्रोत्साहन राशि प्रदान गई। इस अवसर पर ₹600 करोड़ के निवेश के लिए अशोक लीलैंड और आर्मर्ड व्हीकल निगम लिमिटेड के बीच समझौता ज्ञापन हुआ।
*मध्यप्रदेश की निवेश नीति पर दिया प्रजेंटेशन*
प्रमुख सचिव औद्योगिक नीति एवं निवेश प्रोत्साहन श्री राघवेंद्र कुमार सिंह ने मध्यप्रदेश की निवेश नीति और निवेश संभावनाओं पर प्रस्तुतीकरण दिया। उन्होंने प्रदेश में औद्योगिक अधोसंरचना और औद्योगिक कॉरिडोर की विशेषताओं के साथ निवेशक अनुकूल औद्योगिक नीति में सब्सिडी और वित्तीय प्रोत्साहन पर भी प्रकाश डाला। इसके साथ ही सभी निवेशकों को आगामी वर्ष 2025 में 7-8 फरवरी को भोपाल में होने वाली ग्लोबल इन्वेस्टर सम्मिट में सहभागिता के लिए आमन्त्रित किया।
*महाकौशल क्षेत्र और भविष्य की संभावनाओं पर प्रस्तुतिकरण*
प्रमुख सचिव सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्योग डॉ. नवनीत मोहन कोठारी ने सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्योग और स्टार्ट अप की वर्तमान स्थिति, इकोनॉमी में योगदान, भविष्य की संभावनाओं और अवसरों पर प्रस्तुतीकरण दिया। महाकौशल क्षेत्र में सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्योग के विभिन्न सेक्टर, एमएसएमई पॉलिसी के लाभ और निवेश प्रोत्साहन की विशेषताओं से अवगत कराया।
*सरल और पारदर्शी ऑनलाइन प्रक्रिया*
प्रमुख सचिव खनिज श्री निकुंज श्रीवास्तव ने प्रदेश में उपलब्ध विभिन्न खनिज, खनिज से जुड़े उद्योगों में निवेश के अवसरों, एक्सप्लोरेशन की संभावनाओं पर प्रस्तुतीकरण दिया। खनिज नीलामी में निवेशकों के लिए सरल और पारदर्शी ऑनलाइन प्रक्रिया, आसानी से मिलने वाली अनुमतियों की प्रक्रिया की जानकारी दी।