Thursday, September 19

रीवा। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने कहा है कि मोहन यादव न जनता के मुख्यमंत्री हैं और न विधायकों के। ये तो पर्ची से निकले मुख्यमंत्री हैं। पूर्व सीएम शिवराज ने लाडली बहना योजना के लिए तीन हजार रुपए हर महीने देने का वादा किया था। जिससे महिलाओं के दस प्रतिशत अधिक वोट मिले और फिर सरकार बन गई। जब मुख्यमंत्री चयन की बारी आई तो शिवराज सिंह चौहान को पर्ची दी गई, जिसमें मोहन यादव का नाम निकला। इस तरह से वह केवल पर्ची के मुख्यमंत्री हैं।

छिंदवाड़ा की घटना का उल्लेख करते हुए कहा कि एक व्यक्ति मुख्यमंत्री के पास अपनी समस्या बताने पहुंचा था तो उन्होंने कहा कि यहां न हमारा सांसद है और न ही विधायक तो हम कैसे काम कर दें। पटवारी ने मुख्यमंत्री से माफी मांगने को कहा है। कांग्रेस प्रत्याशी का नामांकन भराने के लिए आयोजित जनसभा में पटवारी ने जमकर भाजपा सरकार पर हमला बोला।

इस दौरान राज्यसभा सांसद विवेक तन्खा ने कहा कि यह चुनाव संविधान बचाने और लोगों को न्याय दिलाने का है। विधायक अजय सिंह राहुल ने कहा कि भाजपा हवा में बातें कर रही है, जनता के मन में सरकार के प्रति नाराजगी है। रीवा सांसद ने जिले के लिए कोई काम नहीं किया। पूर्व अध्यक्ष अरुण यादव, डॉ. गोविंद सिंह, राजेन्द्र शर्मा, अभय मिश्रा, सुखेन्द्र सिंह बन्ना, कपिध्वज सिंह, कविता पांडेय सहित अन्य ने अपनी बात रखी और सभी से आह्वान किया कि हर बूथ पर कार्यकर्ता पार्टी प्रत्याशी को जीत दिलाने के लिए प्रयास करें।

– इंडिया गठबंधन के घटकदल भी रहे मौजूद
कांग्रेस प्रत्याशी नीलम मिश्रा के नामांकन भराने के दौरान आयोजित जनसभा में इंडिया गठनबंधन के घटक दलों के नेता मौजूद रहे। जिसमें भाकपा, माकपा, आम आदमी पार्टी, समाजवादी पार्टी, शिवसेना उद्धव सहित दूसरे दलों के नेता मौजूद रहे।

रीवा सांसद रिमोट से चलते हैं : सिंह
कांग्रेस के प्रदेश संगठन प्रभारी भंवर जितेन्द्र सिंह ने कहा कि भाजपा सरकार ने दुनिया का सबसे बड़ा एसबीआई बांड घोटाला किया है। ये चार सौ सीटों की मांग इसलिए कर रहे हैं कि संविधान बदलकर सारी शक्तियां अपने पास रखना चाहते हैं। रीवा सांसद पर कहा कि वह तो रिमोट पर चलते हैं। उन्हें जब कहा जाता है खड़े हो जाओ तो खड़े होते हंै और बैठने को कहा जाता है तब बैठते हैं।


महापौर सहित सभी कांग्रेस पार्षदों ने कार्यक्रम से बनाई दूरी
एक ओर कांग्रेस के प्रमुख नेता पार्टी प्रत्याशी को समर्थन देने के लिए जुटे हुए थे। वहीं दूसरी ओर पार्टी के चुनाव चिन्ह पर निर्वाचित महापौर अजय मिश्रा सहित नगर निगम के कांग्रेस के सभी १६ पार्षद नहीं पहुंचे। कहा जा रहा है कि भाजपा से आए परिवार को विधानसभा और लोकसभा का टिकट देने की वजह से सभी नाराज हैं। इतना ही नहीं टिकट घोषणा के बाद से अब तक न तो प्रत्याशी ने और न ही उनके पति विधायक अभय मिश्रा ने किसी से संपर्क किया है। पार्टी में समानांतर व्यवस्था चलाए जाने की वजह से अभय पर सभी ने नाराजगी जाहिर की है। जिले में कांग्रेस से केवल एक विधायक सेमरिया से हैं और दूसरे महापौर ही निर्वाचित प्रतिनिधि हैं। उनके गायब रहने पर चर्चा बनी रही। इस पर अजय सिंह राहुल सहित दूसरे नेताओं से सवाल किया गया तो उनका कहना था कि वह निजी कार्यक्रम से बाहर हैं। इस मामले में महापौर अजय मिश्रा ने कहा है कि पार्टी से उनकी कोई नाराजगी नहीं है लेकिन चुनाव के कार्यों को लेकर किसी तरह का संवाद नहीं होने से वह दूसरे कार्य की वजह से नहीं पहुंचे हैं। यह भी कहा कि पार्षदों ने भी यह जानकारी दी है कि उन्हें नहीं बुलाया गया है। भाजपा में शामिल होने की अटकलों को एक बार फिर महापौर ने खारिज कर दिया है और कहा है कि यह अफवाह है।
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