रीवा। शिक्षा विभाग में एक बार फिर रिश्वत लेने का मामला सामने आया है। लोकायुक्त की रीवा इकाई ने डभौरा में दबिश देकर प्रभारी प्राचार्य को रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार किया है। आरोपी प्राचार्य से रिश्वत की रकम भी जब्त की गई है। साथ ही वह शर्ट भी जब्त कर ली गई है जिसमें उन्होंने रिश्वत के नोट डाले थे।
लोकायुक्त एसपी से कुछ दिन पहले शिकायत की गई थी कि शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय पुरैना के प्रभारी प्राचार्य द्वारा रिश्वत की मांग की जा रही है। यह शिकायत जवा तहसील के कटंगी गांव के रहने वाले शेषमणि मिश्रा ने की थी। वह जनशिक्षक भी हैं। शिकायत में कहा था कि तीन महीने का वेतन भुगतान नहीं हुआ है। उपस्थिति पत्रक प्राचार्य विद्याचरण अहिरवार द्वारा तैयार किया जाना है। जिसके बदले वह तीन हजार रुपए के रिश्वत की मांग कर रहे हैं।
लोकायुक्त एसपी ने शिकायत का सत्यापन कराने के बाद कार्रवाई के लिए टीम मौके पर भेजी। जहां पर विद्याचरण अहिरवार को १५०० रुपए की रिश्वत लेते हुए रंगेहाथ पकड़ा गया। यह कार्रवाई आरोपी के डभौरा स्थित आवास पर की गई, जहां पर रिश्वत के नोट लेकर बुलाया गया था।
शिकायतकर्ता ने बताया कि इसके पहले भी आरोपी प्राचार्य ने १५०० रुपए लिए थे और वेतन पत्रक रिश्वत के पूरे नोट मिलने तक नहीं बनाने की बात कही थी। शिकायतकर्ता ने यह भी कहा है कि आरोपी प्राचार्य द्वारा अन्य शिक्षकों से भी इसी तरह रिश्वत लेकर काम किया जाता रहा है। जिसकी वजह से उनसे भी रिश्वत लिए गए।
अब लोकायुक्त पुलिस आरोपी प्राचार्य के विरुद्ध भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत कार्रवाई की जा रही है। लोकायुक्त की ओर से यह कार्रवाई निरीक्षक जिआउल हक के नेतृत्व में की गई। इस दौरान अन्य अधिकारी भी मौजूद रहे।
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सप्ताह भर में दूसरे प्राचार्य को किया गिरफ्तार
सप्ताह भर के भीतर लोकायुक्त पुलिस ने दूसरे प्राचार्य को रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया है। बीते सात दिसंबर को पीएम श्री केन्द्रीय विद्यालय क्रमांक रीवा दो प्राचार्य सतपाल सिंह को भी रिश्वत लेते हुए पकड़ा गया था। वह अपने बाबू से ही सामग्री खरीदी की राशि भुगतान करने के बदले १९ हजार रुपए की रिश्वत ले रहे थे। कुछ समय पहले ही आईटीआई के प्राचार्य को भी अपने ही बाबू से रिश्वत लेते हुए पकड़ा गया था।
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