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nरीवा। भारत और बांग्लादेश के बीच मीरपुर में खेले गए वनडे क्रिकेट मैच में रीवा शहर में रहने वाले कुलदीप सेन को इंटरनेशनल मैच में डेब्यू का मौका मिला है। कुलदीप ने पहले अंतरराष्ट्रीय मैच में प्रशंसकों को निराश नहीं किया। उन्होंने पांच ओवर में 37 रन देकर दो वेकट लिए। मैच प्रारंभ होने से पहले कप्तान ने उन्हें टीम की टोपी सौंपते हुए स्वागत किया।
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कुलदीप सेन टीम इंडिया के लिए खेलने वाले 250वें खिलाड़ी हैं। उनको लेकर टीम के लोगों को भी बेहतर प्रदर्शन की उम्मीद है। इस मैच में भारत की टीम मैच जरूर हार गई है लेकिन कुलदीप ने मैच में खेलकर टीम इंडिया में मध्यप्रदेश की उपस्थिति भी दर्ज कराई है।
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भारतीय टीम को पहले बल्लेबाजी का मौका मिला लेकिन टीम की बल्लेबाजी कोई खास नहीं रही है। 41.2 ओवर में पूरी भारतीय टीम आलआउट हो गई। इसमें नॉट आउट रहने वाले भी कुलदीप सेन ही रहे। अपने पहले मैच में कुलदीप को चार बाल खेलने का अवसर मिला, जिसमें उन्होंने दो रन बनाए। इसके बाद बालिंग में पहले चरण में तीन ओवर किया लेकिन कुछ खास नहीं रहा।
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तीन ओवर में 22 रन देकर वह अन्य बालरों की तुलना में अधिक खर्चीले साबित हुए। जिसके चलते कप्तान ने उन्हें कुछ समय के लिए रोक दिया। इसके बाद जब फिर वह बालिंग के लिए आए तो एक ही ओवर में दो विकेट लेकर मैच का रुख ही मोड़ दिया। हालांकि उनके बाद दूसरे खिलाडिय़ों ने भी बालिंग ठीक नहीं की, जिसके चलते टीम इंडिया को हार का सामना करना पड़ा है।
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nपिता सैलून की दुकान चलाते हैं
n रीवा (Rewa) शहर में कुलदीप सेन (kuldeep sen) के पिता सैलून की दुकान चलाते हैं। साधारण परिवार में जन्मे कुलदीप का चयन भारतीय क्रिकेट टीम में होना ही इस तरह के दूसरे युवाओं को भी आगे बढऩे के लिए प्रेरित करता है। रीवा से इसके पहले ईश्वर पांडेय को भी भारतीय क्रिकेट टीम में जगह मिली थी। लेकिन वह इंग्लैंड और न्यूजीलैंड के दौरे पर तो गए पर खेलने का अवसर नहीं मिला। अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट खेलने का यह अवसर कुलदीप को प्राप्त हुआ है।
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