रीवा। संभागायुक्त ने ग्रामीण यांत्रिकी विभाग के कार्यपालन यंत्री के फर्जी डिग्री से जुड़े मामले में अधीक्षण यंत्री को नोटिस जारी किया है। जिसमें पूरे प्रकरण की रिपोर्ट प्रस्तुत करने को कहा गया है। पूर्व में दिए गए निर्देशों पर कार्रवाई नहीं होने पर भी नाराजगी जाहिर की गई है। इस नोटिस में अधीक्षण यंत्री से कहा गया है कि वह पूरे मामले में दस्तावेजों के साथ साक्ष्य प्रस्तुत करने के लिए कहा गया है ताकि आगे की कार्रवाई की जा सके।
ग्रामीण यांत्रिकी सेवा के कार्यपालन यंत्री टीपी गुर्दवान द्वारा एक सर्टिफिकेट विभाग में जमा किया गया है। जिसको लेकर सवाल उठाए गए हैं। इसकी शिकायत सामाजिक कार्यकर्ता शिवानांद द्विवेदी ने पहले ही दर्ज कराई थी। सूचना का अधिकार अनिनियम के तहत प्राप्त किए गए दस्तावेजों के जरिए दावा किया गया है कि विभागीय स्तर पर कोई भी अधिकारी यदि शैक्षणिक डिग्री हासिल करता है तो उसके लिए निर्धारित प्रक्रिया का पालन करना होता है। कार्यपालन यंत्री ने इसका पालन नहीं किया है।
शिकायतकर्ता शिवानंद द्विवेदी ने बताया कि उनकी ओर से दस्तावेजों के साथ शिकायत दी गई है लेकिन प्रशासकीय स्तर पर कार्रवाई करने के बजाए एक जगह से दूसरी जगह नोटिस जारी करने का क्रम चल रहा है। शिकायतकर्ता का कहना है कि आगामी जून महीने में संबंधित कार्यपालन यंत्री को सेवानिवृत्त होना है इस कारण तब तक मामले को टरकाने का प्रयास किया जा रहा है। इसके पहले यदि कार्रवाई होगी तो वर्षों से जिस डिग्री का उपयोग कर लाखों रुपए अतिरिक्त वेतन के रूप में लिए गए हैं, उसकी भी वसूली हो सकती है। उन्होंने कहा कि प्रशासन इस मामले में कार्रवाई नहीं करेगा तो वह कोर्ट की शरण लेंगे।
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