रीवा। स्कूलों में एक बार फिर नए शिक्षण सत्र की शुरुआत के लिए कक्षाएं आरंभ होने जा रही हैं। इसके लिए तीन दिवसीय प्रवेशोत्सव कार्यक्रम का आयोजन जिले भर में आयोजित करने की तैयारी की गई है। कड़ी धूप और बढ़ते तापमान के चलते अभिभावकों के मन में बच्चों को स्कूल भेजने को लेकर असमंजस की स्थिति बनी हुई है। अभिभावकों ने मांग उठाई है कि नियमित कक्षाएं मौसम को देखते हुए निर्धारित की जाएं।

शहर के साथ ही ग्रामीण क्षेत्रों में भी समस्याएं आएंगी, क्योंकि स्कूल खुलने का समय सुबह साढ़े दस बजे से साढ़े चार बजे तक निर्धारित किया गया है। सरकारी स्कूलों में बच्चों को इस भीषण गर्मी से बचाने के लिए ठीक से इंतजाम भी नहीं हैं। हालांकि प्रवेश उत्सव शुरू होने के पहले सोमवार को शहर के साथ ही जिले के कुछ हिस्सों में बारिश हुई है, जिसके चलते मौसम में ठंडक आई है लेकिन जब तक मानसून सक्रिय नहीं होगा तब तक गर्मी परेशान करने वाली बनी रहेगी। इस साल जिस तरह से तापमान बढ़ रहा है, उसकी वजह से अभिभावक चिंतित हैं।

कई अभिभावकों ने जिला शिक्षा अधिकारी से मांग उठाई है कि समय को ध्यान में रखते हुए स्कूलों को सुबह के समय खोला जाए। गर्मी से केवल अभिभावक ही नहीं बल्कि शिक्षक भी चिंतित हैं। उनका कहना है कि यदि गर्मी की वजह से कोई छात्र प्रभावित होगा तो उन पर अभिभावकों का दबाव आ सकता है। जिसके चलते शिक्षकों के संगठनों ने भी समय बदलने की मांग की है। इधर स्कूल चलें अभियान के तहत जिले के सभी स्कूलों में 18 से 20 जून तक तीन दिवसीय प्रवेशोत्सव मनाए जाने के लिए अधिकारियों को जिम्मेदारियां सौंपी गई हैं।

ऐसा रहेगा तीन दिवसीय प्रवेशोत्सव
पहला दिन – 18 जून को प्रवेशोत्सव के प्रथम दिन स्कूल आने वाले छात्रों तथा उनके अभिभावकों का स्वागत किया जाएगा। साथ ही शाला त्यागी बच्चों की पहचान कर उनका प्रवेश सुनिश्चित किया जाएगा। सांसद, विधायकगण, जनप्रतिनिधि तथा अधिकारी भी किसी एक शाला में प्रवेशोत्सव में शामिल होंगे। सभी प्राथमिक और माध्यमिक शालाओं में विशेष मध्यान्ह भोजन का आयोजन किया जाएगा।
– दूसरा दिन–प्रवेशोत्सव के दूसरे दिन 19 जून को स्कूल में शिक्षकों द्वारा अभिभावक सम्मेलन आयोजित किया जाएगा। विद्यार्थी के अभिभावकों से सुझाव लेकर कक्षावार तथा विषयवार शैक्षणिक कैलेण्डर तैयार किया जाएगा। राज्य शासन द्वारा अभिभावकों को संबोधित पत्र का वितरण किया जाएगा। इसी दिन शाला में प्रवेश ले चुके छात्रों को नि:शुल्क पाठ्य पुस्तक का वितरण कराया जाएगा।
– तीसरा दिन-– प्रवेशोत्सव के अंतिम दिन 20 जून को भविष्य से भेंट कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा। जिले के जनप्रतिनिधि विभिन्न क्षेत्रों के अग्रणी व्यक्ति, अधिकारी, समाजसेवी, खिलाड़ी, पत्रकार तथा गणमान्य नागरिक स्वयं द्वारा चुनी गई शाला में जाकर विद्यार्थियों को प्रेरक उद्बोधन देंगे। इन्हें शाला चयन के लिए ऑनलाइन लिंक की सुविधा उपलब्ध रहेगी। शाला में आमंत्रित व्यक्ति छात्रों को पठन-पाठन से संबंधित उपयोगी सामग्री भेंट भी कर सकते हैं। जिले के प्रथम तथा द्वितीय श्रेणी के अधिकारियों की किसी एक शाला में ड्यूटी लगाई गई है जिसमें उन्हें विद्यार्थियों को पढ़ाना होगा। तीन दिवसीय प्रवेशोत्सव का मुख्य उद्देश्य शाला जाने योग्य प्रत्येक बच्चे का शाला में प्रवेश सुनिश्चित करना है।
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पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार 18 जून से प्रवेश उत्सव मनाए जाने की तैयारी की गई है। गर्मी के मौसम को लेकर शिक्षकों और अभिभावकों ने जो मंशा रखी है, उसे वरिष्ठ कार्यालय को अवगत करा दिया है। समय का निर्धारण शासन की अनुमति के बाद होता है।
सुदामालाल गुप्ता, जिला शिक्षा अधिकारी रीवा
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