Thursday, September 19

रीवा। पाठ्य पुस्तक निगम में एक बार फिर पुस्तकों के वितरण में हेराफेरी का गंभीर आरोप लगाया गया है। इसकी शिकायत संभागायुक्त, ईओडब्ल्यू एवं अन्य कई प्रमुख स्थानों पर की गई है। जहां से अब मामले की जांच भी शुरू कर दी गई है। संभागायुक्त ने कलेक्टर को पत्र लिखकर पूरे मामले की जांच कराए जाने के लिए कहा है। इसी तरह ईओडब्ल्यू ने भी शिकायत के सत्यापन के बाद उस पर पाठ्य पुस्तक निगम से जानकारी मांगी है कि आरोपों के बिन्दुओं पर पूरा ब्यौरा दिया जाए।

बताया गया है कि इटौरा के निवासी सियाराम मिश्रा ने इओडब्ल्यू में शिकायत दर्ज कराई थी वर्ष 2020-21 एवं 2021-22 में जनपद शिक्षा केन्द्र गंगेव में कार्यरत बीआरसीसी नरेश मिश्रा और पाठ्य पुस्तक निगम के डिपो प्रबंधक प्रवेश तिवारी ने मिलकर कागजों में ही पुस्तकों का वितरण दिखा दिया। इसमें कक्षा एक से लेकर कक्षा आठ तक के छात्रों को पुस्तकें वितरित करने का दावा किया गया है। शिकायतकर्ता का तर्क है कि गंगेव जनपद में किसी भी स्कूल में उक्त अवधि में अंग्रेजी माध्यम से छात्र पंजीकृत नहीं थे। आरोप है कि 50 लाख रुपए से अधिक का गोलमाल किया गया है। इसकी शिकायत निगम के भोपाल स्थित वरिष्ठ अधिकारियों से पहले की गई थी लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई।

डिपो प्रबंधक प्रवेश तिवारी रीवा, रायपुर कर्चुलियान और सिरमौर में बीआरसीसी के पद पर रहे हैं। उस दौरान कई अनियमितताएं हुईं, जिनमें जांच कराने के बजाए फिर से महत्वपूर्ण पद पर बैठाया गया है। इसलिए पुराने कार्यकाल की भी जांच कराई जाना चाहिए। शिकायत में यह भी कहा गया है कि रीवा डिपो द्वारा बीते कुछ वर्षों के अंतराल में ३२ करोड़ रुपए की किताबें वितरित हुई हैं। इनकी रसीदें अब तक डिपो प्रबंधक की ओर से प्रबंध संचालक भोपाल को नहीं दी गई है। शिकायत में यह भी आरोप है कि डिपो प्रबंधक ने दैनिक श्रमिक के खाते में निगम का चेक जमा कराया है। इस खाते की भी जांच कराने की मांग की गई है। इस मामले में ईओडब्ल्यू ने शिकायतकर्ता के बयान के साथ दस्तावेजों का सत्यापन किया है और पाठ्यपुस्तक निगम से आरोपों के सभी बिन्दुओं पर जानकारी मांगी है।

कई शिकायतों पर शुरू की गई है जांच
डिपो प्रबंधक प्रवेश तिवारी के विरुद्ध कई शिकायतें अलग-अलग स्थानों से की गई हैं। जिसमें मऊगंज के अमोखर निवासी चंद्रमौल मिश्रा की शिकायत संभागायुक्त ने कलेक्टर से जांच प्रतिवेदन मांगा है। पूर्व में भी एक पत्र भेजा गया था लेकिन उस पर प्रतिवेदन नहीं भेजे जाने की वजह से बीते सप्ताह फिर से संयुक्त आयुक्त द्वारा कलेक्टर को पत्र भेजा गया है। इसी तरह रीवा शहर के निवासी रामकरण कोल की शिकायत पर लोक शिक्षण संचालक ने पाठ्यपुस्तक निगम के महाप्रबंधक को कार्रवाई के लिए पत्र लिखा है। इसके अलावा अन्य कई शिकायतें हैं जिसमें आय से अधिक संपत्ति के मामले में भी जांच कराए जाने की मांग की गई है। शिकायत में कुछ दस्तावेज भी दिए गए हैं।

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