रीवा। संयुक्त किसान मोर्चा से जुड़े नेताओं को गिरफ्तार करने के चौथे दिन जेल से रिहा कर दिया गया है। इस गिरफ्तारी के विरोध में मोर्चा से जुड़े संगठनों ने आंदोलन की चेतावनी दी थी और  विवेकानंद पार्क में दोपहर बैठक बुलाई गई थी। इस बीच सुबह ही सूचना आई कि सभी किसान नेताओं को जेल से छोड़ा जा रहा है। जिस पर मोर्चा के कार्यकर्ता जेल पहुंचे और बाहर निकलते ही फूल-मालाओं से स्वागत किया और नारेबाजी करते हुए बाहर आए। इसके बाद सभी विवेकानंद पार्क पहुंचे जहां पर जेल से बाहर किसान प्रतिनिधियों को सम्मानित किया गया।

मोर्चा के प्रवक्ता विश्वनाथ पटेल ने बताया कि बीते 11 फरवरी को संयुक्त किसान मोर्चा के किसान नेताओं द्वारा शहर के ऋतुराज पार्क में बैठक कर आपस में चर्चा की जा रही थी। इसी बीच पुलिस पहुंची और जबरन उठाकर ले गई। मोर्चा के जिला संयोजक शिव सिंह के साथ ही रामजीत सिंह, इंद्रजीत सिंह, शोभनाथ कुशवाहा, संतकुमार पटेल, अनिल सिंह, शिवपाल सिंह आदि को जेल भेज दिया गया। इधर गिरफ्तार किसान नेताओं को रिहा कराने के लिए जमानत की अर्जी दी गई तो तहसील और कलेक्टर कार्यालय के बीच अधिकारी भटकाते रहे।

इस वजह से आंदोलन की रूपरेखा बनाने के लिए विवेकानंद पार्क में सभी सहयोगी संगठनों की बैठक बुलाई गई थी। इसके पहले ही प्रशासन ने बिना किसी शर्त के छोड़ दिया है। जेल से बाहर आए किसान नेताओं का स्वागत किया गया है और आंदोलन को आगे बढ़ाने की रूपरेखा बनाई गई है। इस दौरान सीटू की गिरिजेश सिंह सेंगर, सौरभ मिश्रा, मास्टर बुद्धसेन पटेल, कुंवर सिंह, सुब्रतमणि त्रिपाठी, लालमणि त्रिपाठी, उमेश पटेल, राकेश कुमार, संजय निगम सहित अन्य मौजूद रहे।

– भारत बंद का करेंगे समर्थन
किसान प्रतिनिधियों ने कहा है कि राष्ट्रव्यापी मजदूर आंदोलन को सफल बनाने के लिए ग्रामीण क्षेत्रों में भारत बंद के आह्वान का वह समर्थन करेंगे। किसानों एवं मजदूरों के संगठन इस बंद में शामिल होकर सरकार तक अपनी बात पहुंचाने का प्रयास करेंगे। १६ फरवरी को भारत बंद के आह्वान पर प्रशासन ने भी तैयारियां की हैं।

शांतिपूर्ण तरीके से बैठकर चर्चा करते समय पुलिस ने गिरफ्तार कर किसान आंदोलन को रोकने का प्रयास किया है। किसान सरकार के सामने अपनी मांगें पूरी तटस्थता के साथ रखने के लिए शांतिपूर्ण तरीके से आंदोलन चलाएंगे। यह केवल आज के किसानों की नहीं बल्कि आने वाली पीढ़ी की सुरक्षा के लिए लड़ाई लड़ी जा रही है। सरकार को किसानों की मांगें पूरी करनी पड़ेंगी।
शिव सिंह, संयुक्त मोर्चा के संयोजक(जेल से रिहा होने के बाद)

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