रीवा। सेमरिया क्षेत्र के बड़ागांव मोड़ पर करीब आधा सैकड़ा ट्रैक्टर्स के साथ किसानों ने सड़क पर धरना दे दिया। आवागमन बाधित होने के चलते सूचना प्रशासन तक पहुंची और अधिकारी समझाइश देने पहुंचे लेकिन किसान अपनी समस्याओं के निराकरण की मांग कर रहे थे। जिसके चलते पूरा दिन धरना प्रदर्शन जारी रहा। कई दौर की वार्ता प्रशासन की किसानों के साथ हुई, आखिरकर उनकी मांगें पूरी करने का आश्वासन दिए जाने के बाद रात्रि में धरना स्थगित किया गया।

संयुक्त किसान मोर्चा के संयोजक शिव सिंह ने बताया कि किसानों की धान खरीदी केन्द्र दूर कर दिया गया है। जिसके चलते वहां तक पहुंचने में कई तरह की समस्याओं से गुजरना पड़ रहा है। प्रशासन के अधिकारी मांगों की लगातार अनदेखी कर रहे थे। इस कारण किसानों ने शांतिपूर्ण तरीके से सत्याग्रह किया। जिसके चलते प्रशासन के अधिकारी मौके पर आए और किसानों की बातें सुनने के बाद कार्रवाई का आश्वासन दिया जिसके चलते प्रदर्शन बंद कर दिया गया है।

rewa
– कई अन्य समस्याओं को लेकर भी की नारेबाजी, देर रात समझाइश के बाद माने

एसडीएम सिरमौर की मौजूदगी में तय हुआ कि 66 ट्राली धान जो आंदोलन स्थल पर ट्रैक्टरों में लदा खड़ा हुआ है उसके खरीदी के लिए वैकल्पिक व्यवस्था बनाई जाएगी। शनिवार एवं रविवार को धान खरीदी नहीं होती है पोर्टल बंद रहता है लेकिन तय हुआ है कि बड़ागांव के बगल में ही सद्गुरु वेयर हाउस है जिसमें अलग से कांटा लगाकर तौल कराई जाएगी। तौल कराने के बाद सोमवार को जब पोर्टल खुलेगा तब पोर्टल में चढ़ाया जाएगा और 2 दिन के अंदर बड़ागांव खरीदी केंद्र के लिए प्रस्ताव भेजकर व्यवस्था बनाई जाएगी। इसके अलावा प्रदर्शन कर रहे किसान खाद्य विभाग के लिपिक को भी हटाने की मांग कर रहे थे।

इस पर विभाग के अधिकारियों ने कार्रवाई का आश्वासन दिया है। इस प्रदर्शन में प्रमुख रूप से किसान नेता रामजीत सिंह, विश्वनाथ पटेल चोटीवाला, इंद्रजीत सिंह, दीपक सिंह, छोटेलाल तिवारी, सूर्यभान सिंह, तेजभान सिंह, सुग्रीव सिंह, वीरभद्र सिंह, शिवमंगल, चंद्रभान, गणेश, तरुणेंद्र सिंह, कुंवरभान सिंह, तेज़ बली, गोविंद सिंह देवराज सिंह, संतराज, महेन्द्र, सुरेन्द्र, राजकरण सिंह सहित अन्य कई किसान प्रदर्शन में मौजूद रहे।

किसानों की मांग धान खरीदी केन्द्र उनके गांव के पास तिघरा में बनाए जाने की थी। जिसका प्रस्ताव भेजने की बात हुई है। साथ ही वेयर हाउस में जहां खरीदी का स्थान निर्धारित होना है, वहां पर अलग से कांटा लगाकर धान की तौल कराई जाएगी। किसानों को बताया गया है कि खरीदी की व्यवस्था शासन की गाइडलाइन के अनुसार हो रही है।
भारती मेरावी, एसडीएम सिरमौर

Share.
Leave A Reply