रीवा। जिले के सिरमौर वन परिक्षेत्र के सरई जंगल में आग भड़कने की सूचना मिलने पर वन विभाग के कर्मचारियों ने ग्रामीणों के साथ मिलकर आग पर काबू पाया है। यह आग तेजी के साथ फैल रही थी।
फायर अलर्ट मिलते ही आग को बुझाने के लिए त्वरित वन अमला मौके पर रवाना कर अधिकारियों ने ग्रामीणों के साथ समन्वय बनाया। वनाग्नि स्थल घाट में होने के कारण आग बुझाने में कठिनाई का सामना करना पड़ा।
आग बुझाने में फायर ब्लोअर द्वारा लाइन काटकर एवं पीटकर आदि तरीकों से बुझाई गई। रात में आग बुझाने के लिए अमला अलर्ट रहा। वनकर्मियों द्वारा बताया गया है वनाग्नी में केवल झाड़ एवं खरपतवार नष्ट हुई एवं प्रभावित क्षेत्रफल लगभग 1.50 हैक्टेयर रहा।
वनाग्नि दमन में स्थानीय बीटगार्ड एवं कार्यवाहक वनपाल राजेंद्र साकेत, बीटगार्ड पड़री पुष्पराज सिंह एवं स्थानीय सुरक्षा श्रमिक का महत्वपूर्ण योगदान रहा।
इस पूरे मामले में वन मंडलाधिकारी अनुपम शर्मा ने satya gatha.com को बताया कि वनाग्नि लगने का सही कारण अभी तक ज्ञात नही हुआ है। किसी संदिग्ध व्यक्ति का पता चलने पर भारतीय वन अधिनियम 1927 की धारा 26(1)(b) के तहत अपराध दर्ज किया जाएगा जिसमे कारावास एवं अर्थदंड का प्रावधान होता है।

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