Buddhsen Patel ex MLA Rewa रीवा। बसपा नेता और रीवा के पूर्व सांसद बुद्धसेन पटेल ने एक बार फिर वर्ग संघर्ष पैदा करने वाला जहरीला बोल बोला है। जिसका वीडियो तेजी से सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।
एक कार्यक्रम में पूर्व सांसद बुद्धसेन ने मऊगंज जिले के गडऱा गांव में बीते 15 मार्च को हुई हिंसा को स्वाभिमान से जोड़ा है। कहा है कि पूर्व में गांव के अशोक कोल नाम के व्यक्ति की मौत का बदला गांव के ब्राह्मण के बेटे को काटकर लिया है। इसमें एक ब्राह्मण पुलिसकर्मी भी मारा गया है। बुद्धसेन पटेल ने इस घटना के जरिए जाति जनगणना का भी मुद्दा उठाया और कहा कि अब जरूरी हो गया है कि जाति जनगणना की जाए और बहुसंख्यक वर्ग को शासन की योजनाओं का लाभ प्रदान किया जाए।
बता दें कि बीते 15 मार्च 2025 को मऊगंज जिले के गडऱा गांव में हुई हिंसा में आदिवासियों ने गांव के ही राहिल उर्फ रज्जन द्विवेदी को बंधक बनाकर हत्या कर दी थी। जिसे बचाने पहुंचे पुलिस बल पर भी हमला बोल कर एएसआई रामचरण द्विवेदी को भी मौत के घाट उतार दिया था। इस घटना से पूरे प्रदेश में बवाल मचा था। ब्राह्मण संगठनों ने प्रदेश भर में आंदोलन किया। रीवा बंद का भी आह्वान किया गया। अब एक बार फिर हिंसा के बाद मामला शांत हो रहा था, जिस पर पूर्व सांसद ने जहरीले बोल के चलते चिंगारी फेंक दी है।
—
भाजपा का प्रदेश महामंत्री भी रहा है विवादित नेता
विवादित बयान देने वाला पूर्व सांसद कई वर्षों तक भाजपा में भी रहा है। प्रदेश संगठन में मंत्री का दायित्व भी कई वर्षों तक निभाया। प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री आदि के बड़े कार्यक्रमों में उसे मंच पर जगह दी जाती रही है। विधानसभा और लोकसभा में टिकट नहीं मिलने की वजह से भाजपा छोड़कर बसपा का दामन थाम लिया था और तब से राजनीतिक जगह की तलाश में है।
—
चुरहट से भी लड़ा था चुनाव
बुद्धसेन पटेल कई पार्टियां बदलने वाले नेताओं में शामिल है। पहले बसपा फिर समाजवादी पार्टी, फिर परिवर्तन पार्टी और तेलांगाना राष्ट्र समिति, भाजपा सहित अन्य कई दलों से होकर फिर बसपा में वापसी की है। पूर्व में चुरहट(सीधी) से विधानसभा का चुनाव अजय सिंह राहुल के खिलाफ लड़ा था। चुनाव प्रचार के दौरान क्षेत्र के बडख़रा गांव में चुनावी सभा में कुंवर अर्जुन सिंह और कांग्रेस के तत्कालीन प्रत्याशी अजय सिंह राहुल को अपशब्दों का प्रयोग शुरू किया। वैसे ही उनकी पार्टी के समाजवादी के ब्लाक अध्यक्ष बुदानी यादव ने हाथ से माइक छुड़ा लिया और कहा कि हम मूल्यों की राजनीति करते हैं, किसी को अपशब्द बोलकर सुर्खियां नहीं बटोरना चाहते। इतना ही नहीं गांव के लोगों ने भी खदेड़ लिया और वह भागकर रीवा पहुंचा।
..
