Friday, February 7

रीवा। प्रदेश के उप मुख्यमंत्री राजेन्द्र शुक्ला के निज सचिव के रूप में लंबे समय तक कामकाज देखने वाला जय प्रकाश शर्मा उर्फ जेपी इनदिनों चावल घोटाले के दायरे में है। करीब 12.40 करोड़ रुपए के चावल का घोटाला करने की वजह से अब प्रशासन ने वसूली के लिए नोटिस जारी कर दिया है। यह खबर मिलते ही हड़कंप मच गया है। भ्रष्टाचार के आरोपों से घिरने के बाद उप मुख्यमंत्री ने खुद को जेपी शर्मा से अलग कर दिया है और कहा है कि वह ऐसे किसी कार्य का सपोर्ट नहीं करेंगे।
समर्थन मूल्य पर खरीदी गई धान की मिलिंग कर समय पर चावल उपलब्ध कराने में मिलर्स की मनमानी पर एक बड़ी कार्रवाई हुई है। जिसमें शहर के नजदीक अजगरहा में संचालित लक्ष्मी राइस मिल पर 12.40 करोड़ रुपए का चावल जमा नहीं कराए जाने पर पेनाल्टी अधिरोपित की गई है। एमपी स्टेट सिविल सप्लाईज कार्पोरेशन के जिला प्रबंधक ने लक्ष्मी राइस मिल के संचालक जयप्रकाश शर्मा को नोटिस जारी किया है।

जिसमें कहा गया है कि बिना डिपाजिट आर्डर के आफलाइन चावल गोदामों में जमा कराए जाने के मामले में जांच के लिए कलेक्टर ने निर्देशित किया था। जिसमें छह सितंबर को जांच दल ने लक्ष्मी राइस मिल में सत्यापन किया तो संचालक द्वारा बताया गया कि 173 लॉट धान का उठाव किया गया था। जिसमें 146 लॉट चावल आनलाइन जमा कराए गए हैं। यह भी बताया गया था कि दस लॉट का चावल कामता वेयर हाउस में एवं तीन लॉट चावल भेडऱहा डब्ल्यूएलसी गोदाम में भंडारित है।

इसके साथ ही चार लॉट का चावल राइस मिल की गोदाम में पाया गया था। राइस मिल संचालक के बताए अनुसार 10 लॉट का चावल कम था। उक्त गोदामों की जांच के लिए जब टीम पहुंची तो वहां पर चावल जमा नहीं पाया गया। जिसके चलते पाया गया है कि 23 लॉट चावल कम है।

विभाग ने माना है कि उक्त चावल खुर्द-बुर्द किया जाना स्पष्ट होता है। उक्त चावल की कीमत के साथ राइस मिल संचालक पर पेनाल्टी अधिरोपित की गई है। जिसमें कहा गया है कि 12 करोड़ 40 लाख 88 हजार रुपए की राशि वसूली के लिए पेनाल्टी अधिरोपित की जा रही है। बताया गया है कि लक्ष्मी राइस मिल के संचालक जयप्रकाश शर्मा सत्ताधारी से जुड़े हुए हैं, जिसके चलते अधिकारियों पर भी दबाव बनाया जा रहा था कि चावल जमा नहीं कराए जाने के मामले में किसी तरह की कार्रवाई अधिरोपित नहीं की जाए।

– अन्य कई मिलर्स भी राडार पर
एमपी स्टेट सिविल सप्लाईज कार्पोरेशन की ओर से हाल के दिनों में करीब दर्जन भर की संख्या में मिलर्स के यहां धान का आवंटन और चावल जमा कराए जाने की स्थिति का सत्यापन कराया गया है। जिसके चलते आधा दर्जन की संख्या में ऐसे मिलर्स पाए गए हैं जिन्होंने लाखों रुपए का चावल दबा रखा था। एफसीआई के गोदाम में जमा कराया जाने वाला चावल दूसरे गोदामों में रखा होना पाया गया है। प्रशासन की टीम ने बड़ी संख्या में चावल दूसरे गोदामों से जब्त भी किया है। अब सभी मिलर्स के विरुद्ध कार्रवाई अधिरोपित की जा रही है।
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