उत्तराखंड के हल्द्वानी में तनाव की स्थिति दो दिन से बनी हुई है। यहां पर अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई के बाद तनाव बढ़ा है। जिसके चलते बड़ी संख्या में स्थानीय लोगों ने पुलिस पर हमला बोलकर जख्मी कर दिया है। साथ ही पुलिस के वाहन जला दिए और पुलिस कंट्रोल रूम और थाने को भी आग के हवाले कर दिया है। घटना के बाद कफ्र्यू लगा दिया गया है। इसके बाद भी कई जगहों पर सुबह होते ही पत्थरबाजी शुरू कर दी गई। जिसके चलते कफ्र्यू में सख्ती बढ़ाई गई है।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मुख्य सचिव और डीजीपी को मौके पर पहुंचकर स्थिति सुधारने के निर्देश दिए हैं।
हल्द्वानी के बनभूलपुरा में हुई घटना को लेकर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अधिकारियों के साथ उच्चस्तरीय बैठक कर वर्तमान स्थिति की समीक्षा की। बैठक में सीएम धामी ने पुलिस को अराजक तत्वों से सख्ती से निपटने के स्पष्ट निर्देश दिए हैं। साथ ही हल्द्वानी की जनता से अनुरोध किया है कि शांति व्यवस्था बनाए रखने में पुलिस-प्रशासन का सहयोग करें।
सीएम धामी ने साफ तौर पर कहा कि आगजनी पथराव करने वाले एक-एक दंगाई की पहचान की जा रही है, सौहार्द और शांति बिगाड़ने वाले किसी भी उपद्रवी को बख्शा नहीं जाएगा। उन्होंने कहा कि दंगाइयों और उपद्रवियों के खिलाफ कठोरतम कार्रवाई की जाएगी।
बता दें, हल्द्वानी के चर्चित बनभूलपुरा में सरकारी भूमि पर बने अवैध मदरसा व नमाज स्थल को ध्वस्त करने गई पुलिस, प्रशासन व नगर निगम की टीम पर पथराव कर दिया गया था। इस दौरान उपद्रवियों ने बनभूलपुरा थाने में आग लगा दी। वहां खड़े पुलिस व मीडियाकर्मियों के दर्जनों वाहन पेट्रोल बम से जला डाले। पुलिसकर्मियों ने किसी तरह थाने से भागकर जान बचाई। बवाल में देर रात दो बजे तक छह लोगों की मौत की सूचना है। हालांकि, पुलिस-प्रशासन दो लोगों की मौत होने की बात कह रहा है। नैनीताल की डीएम वंदना सिंह ने घटना को लेकर शुक्रवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस की। उन्होंने बताया कि अभी तक आधिकारिक जानकारी के मुताबिक दो लोगों की मौत हुई है। बवाल में महिला एसडीएम व एसपी समेत करीब २५० से अधिक लोग चोटिल हुए।