Thursday, September 19

रीवा। चिकित्सा शिक्षा आयुक्त तरुण पिथोड़े गुरुवार को रीवा पहुंचे और यहां विभाग के चल रहे कार्यों की समीक्षा की। मेडिकल कालेज में चिकित्सा शिक्षा संचालक डॉ. अरुण श्रीवास्तव के साथ बैठक कर सभी प्रमुख बिन्दुओं पर जानकारी ली।

कालेज के गांधी स्मारक अस्पताल भवन की जगह नया ओपीडी बनाने के प्रस्ताव पर आयुक्त ने कहा कि अस्पताल में पहले से बच्चों और महिलाओं का उपचार हो रहा है। ऐसे में यदि उक्त भवन तोड़ा जाएगा तो मरीज कहां शिफ्ट होंगे।  बड़ी संख्या में मरीजों को अस्पताल के दूसरे हिस्से में शिफ्ट करना मुश्किल भरा काम होगा। इस कारण पहले इस अस्पताल की नई बिल्डिंग बनाई जाए उसके बाद यहां पर नया ओपीडी भवन बनाने का कार्य किया जाए।

मेडिकल कालेज के डीन डॉ. मनोज इंदुरकर ने जानकारी दी कि वर्तमान में जो ओपीडी भवन वहां पर इमरजेंसी मेडिसिन की व्यवस्था की जाएगी। इस पर आयुक्त ने कहा है कि पहले से भवन ओपीडी के हिसाब से है, इस कारण नए सिरे से जहां पर आंतरिक रूप से कुछ बदलाव की जरूरत हो, उसका भी परीक्षण कराएं।   इसके अलावा मेडिकल कालेज परिसर में चल रहे अन्य निर्माण कार्यों की प्रगति के बारे में जानकारी ली।

इस दौरान डीन के साथ ही अस्पताल के अधीक्षक डॉ. राहुल मिश्रा, सुपर स्पेशलिटी की अधीक्षक डॉ. अक्षय श्रीवास्तव, डॉ. नरेश बजाज, डॉ. अवतार सिंह, डॉ. कल्पना यादव सहित अन्य कई प्रमुख डाक्टर्स मौजूद रहे। रीवा के पहले चिकित्सा शिक्षा आयुक्त ने सतना में भ्रमण किया। रीवा से सिंगरौली पहुंचे और वहां का जायजा लेने के बाद देर शाम शहडोल मेडिकल कालेज की समीक्षा के लिए रवाना हो गए।

 

– क्रिटिकल केयर भवन का निर्माण कार्य भी देखा
आयुक्त तरुण पिथोड़े, डीएमई डॉ. अरुण श्रीवास्तव ने मेडिकल कालेज के डीन एवं अन्य अधिकारियों के साथ क्रिटिकल केयर भवन का निर्माण कार्य देखने पहुंचे। यहां पर जानकारी मिली थी कि ड्राइंग के हिसाब से भूमि कम पड़ रही है।  जिसकी वजह से मौके पर पहुंचकर आयुक्त ने कई निर्देश दिए हैं और कहा है कि इसका तत्काल निराकरण कराएं।   इस भवन में कैंसर यूनिट शिफ्ट की जाएगी। जहां पर दो मंजिल में मरीजों की जांच एवं मशीनों की व्यवस्था होगी। अन्य दो मंजिल में मरीजों को रखा जाएगा।

मरीजों के लिए दवाएं कम नहीं हों

मरीजों के लिए दवाएं कम नहीं हों इसके लिए भी आयुक्त पिथोड़े ने जानकारी ली। जिस पर डीन ने बताया कि अधिकांश दवाओं की सप्लाई हो रही है। चुनाव आचार संहिता की वजह से कुछ के टेंडर नहीं हो पाए हैं।

इस पर आयुक्त ने कहा कि अपनी कार्ययोजना बनाए रखें और आचार संहिता के बाद व्यवस्थाएं बनाएं। साथ ही वैकल्पिक व्यवस्था के तौर पर स्थानीय स्तर पर व्यवस्थाएं करें, बिना उपचार के कोई भी मरीज वापस नहीं जाने पाए।

 

– सुपर स्पेशलिटी पर भी अलग चर्चा

सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल को लेकर भी अलग से चर्चा हुई। इस हॉस्पिटल के एक्सटेंशन के लिए की गई तैयारियों की जानकारी ली। एक और नया भवन बनाए जाने के लिए शासन की ओर से राशि जारी की गई है। जिस पर जल्द ही कार्य प्रारंभ होगा।  साथ ही अस्पताल में मरीजों की अन्य सुविधाओं को लेकर भी जानकारी ली गई है। आयुक्त ने कहा कि सुपर स्पेशलिटी में अच्छी सेवाएं मिल रही हैं, इसे और भी बेहतर बनाएं ताकि इस क्षेत्र के लोगों को उपचार के लिए बाहर नहीं जाना पड़े।

चिकित्सा शिक्षा आयुक्त ने बैठक लेकर निर्माण कार्यों और प्रस्तावित प्रोजेक्ट की समीक्षा की है। जिसमें कहा है कि कई नए भवन बन रहे हैं, इनकी वजह से मरीजों की सेवाओं में कोई बाधा नहीं आए। इस वजह से क्रमबद्ध तरीके से मरीजों को नए भवनों में शिफ्ट करने के बाद उस जगह पर निर्माण होगा।
डॉ. मनोज इंदुरकर, डीन एसएस मेडिकल कालेज रीवा
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