झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को ईडी (ईकोनॉमिक ऑफेंसेज़ विभाग) द्वारा गिरफ्तार कर लिया गया है। इस कार्रवाई के पीछे आरोप हैं कि हेमंत सोरेन ने अपने पद का उपयोग करके भ्रष्टाचार की गतिविधियों में शामिल होने की कोशिश की है। लंबे समय से सोरेन के विरुद्ध जांच चल रही थी। उन्हें सात से अधिक बार ईडी की ओर से नोटिस जारी किया था।
ईडी के अनुसार, हेमंत सोरेन के खिलाफ आरोप लगाए गए हैं कि उन्होंने झारखंड सरकार के विभिन्न कार्यक्रमों में घोटाले किए हैं और अपने निजी लाभ के लिए धनराशि जमा की है। ईडी ने इस मामले में गंभीरता से जांच की है और हेमंत सोरेन के घर और दफ्तर में छापेमारी की है।
![हेमंत सोरेन](https://www.satyagatha.com/wp-content/uploads/2024/01/GFMHd-wXIAAdxla-300x300.jpeg)
हेमंत सोरेन ने इस गिरफ्तारी को नकारा है और यह कहा है कि यह सरकारी राजनीति का एक षड्यंत्र है। वे अपने निर्विवाद विश्वास को व्यक्त करते हैं और कहते हैं कि वे इस मामले में निर्दोष हैं।
इस गिरफ्तारी ने झारखंड राजनीति में बड़ी सनसनी मचा दी है। हेमंत सोरेन झारखंड के मुख्यमंत्री के रूप में अपनी पार्टी झारखंड मुक्ति मोर्चा की ओर से 2019 में चुने गए थे। इसके बाद से ही उन्हें भ्रष्टाचार के आरोपों का सामना करना पड़ रहा है। अब ईडी द्वारा की गई गिरफ्तारी ने उनकी सियासी करियर पर बड़ी चोट पहुंचाई है।
इस मामले में हेमंत सोरेन की ओर से हाईकोर्ट में अपील की गई है। जिस पर सुनवाई होना है।
हेमंत सोरेन की गिरफ्तारी पर कांग्रेस नेता राहुल गांधी सहित देश भर के नेताओं ने कड़ी प्रतिक्रिया जाहिर की है। मोदी सरकार पर विपक्ष समाप्त करने का आरोप लगाया गया है।