MP Tourism, Indian association of tour operators : विंध्य में पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए नए सिरे से रोडमैप तैयार किया जा रहा है। रीवा को टूरिस्ट सर्किट में शामिल कराने की उठ रही मांगों के बीच अब इंडियन एसोसिएशन आफ टूर आपरेटर्स(आईएटीओ) ने रीवा के भ्रमण का कार्यक्रम निर्धारित किया है। रीवा एवं आसपास के क्षेत्रों में पर्यटन की संभावनाओं का आंकलन आईएटीओ की टीम करेगी। रीवा को यदि टूरिस्ट सर्किट में शामिल किया गया तो आने वाले दिनों में विदेशी पर्यटकों की भी संख्या तेजी से बढ़ेगी। आईएटीओ ऐसी संस्था है जिसमें देशभर के टूर आपरेटर्स जुड़े होते हैं। इनके द्वारा तैयार टूरिस्ट सर्किट विश्वसनीय माना जाता है, जिसके चलते बाहर से आने वाले पर्यटक इनके सर्किट के हिसाब से ही देश में भ्रमण करते हैं। अभी तक रीवा इसमें शामिल नहीं था, इस कारण प्रयागराज, बनारस से जबलपुर, खजुराहो, बांधवगढ़ आदि के बीच यात्रा करने वाले पर्यटक रीवा में नहीं रुकते थे। यदि रीवा का नाम जुड़ेगा तो पर्यटकों को यहां की विशेषताओं के बारे में बताया जाएगा।
इंडियन एसोसिएशन आफ टूर आपरेटर्स का ३९वां कनवेंशन भोपाल में आयोजित किया जा रहा है। पहली बार यह कार्यक्रम मध्यप्रदेश में हो रहा है, जहां पर देशभर के बड़े टूर आपरेटर्स जुटेंगे और नई कार्ययोजनाओं पर चर्चा होगी। इसके बाद प्रदेश के तीन स्थानों पर भ्रमण कार्यक्रम भी निर्धारित किया गया है। जिसमें रीवा, खजुराहो और चंदेरी शामिल हैं। इन स्थानों पर भ्रमण के दौरान आईएटीओ के लोग पर्यटन की संभावनाओं को तलाशेंगे।
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ह्वाइट टाइगर सफारी और अन्य स्पाट भी देखेंगे
आईएटीओ की टीम रीवा-सतना के भ्रमण के दौरान मुकुंदपुर के महाराजा मार्तंड सिंह जूदेव ह्वाइट टाइगर सफारी का भ्रमण करेंगे। यह दुनिया की इकलौती ह्वाइट टाइगर सफारी है, इस कारण विदेशी पर्यटकों का आकर्षण बन सकती है। इसके अलावा रीवा में किला, महामृत्युंजय मंदिर, लक्ष्मणबाग, गोविंदगढ़ में खखरी, तालाब, किला, पुरवा वाटरफाल सहित अन्य कई स्थानों का भ्रमण करने का कार्यक्रम निर्धारित किया गया है। पुरवा वाटरफाल के भ्रमण के दौरान टीम के सदस्यों की जिला प्रशासन, वन विभाग, पर्यटन बोर्ड सहित अन्य के साथ बैठक भी प्रस्तावित है, जहां पर व्यवस्थाओं के विकास की भी बात हो सकती है।
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पीएमओ के निर्देश पर रीवा का तय हुआ कार्यक्रम
आईएटीओ का पहली बार क्षेत्रीय स्तर पर भ्रमण कार्यक्रम तय हुआ है। कुछ समय पहले ही पूर्व मंत्री पुष्पराज सिंह ने दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से मुलाकात की थी। उन्होंने रीवा को टूरिस्ट सर्किट में जोड़ने और श्री अन्न का प्रोसेसिंग सेंटर खोले जाने की मांग उठाई थी। इसी के चलते प्रधानमंत्री आफिस ने आईएटीओ को रीवा का भ्रमण करने के लिए कहा है। इसी के चलते पर्यटन बोर्ड का पत्र भी जिला प्रशासन के पास आया है कि आईएटीओ के भ्रमण के दौरान स्थानीय स्तर पर व्यवस्थाएं बनाई जाएं।
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तीन को रीवा पहुंचेगी टीम
खजुराहो से तीन सितंबर को टीम रीवा आएगी। पहले सतना में प्रशासन के साथ चर्चा होगी, इसके बाद दोपहर ढाई बजे ह्वाइट टाइगर सफारी मुकुंदपुर का भ्रमण करने के बाद सायं छह बजे रीवा पहुंचेगी। यहां दूसरे दिन चार सितंबर को सुबह महामृत्युंजय में दर्शन के बाद किला म्यूजियम और परिसर का भ्रमण करने के बाद गोविंदगढ़ जाएंगे। वहां से लौटने के बाद पुरवा वाटरफाल जाएंगे। पांच सितंबर को सुबह प्रयागराज के लिए टीम रवाना होगी।
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रीवा में पर्यटन की दृष्टि से यह हैं आकर्षण
ऐतिहासिक धरोहर- पर्यटकों का आकर्षण बढ़ाने के लिए कई ऐतिहासिक धरोहरें हैं। जिसमें रीवा का किला, बाघेला म्यूजियम, वेंकटभवन, गोविंदगढ़ किला, क्योंटी किला, भैरव बाबा प्रतिमा, बौद्ध स्तूप देउर कोठार, कोलगढ़ी, गोरगी की स्थापत्य कलाएं सहित अन्य कई हैं।
धार्मिक स्थल-– महामृत्युंजय मंदिर, लक्ष्मणबाग, रानीतालाब मंदिर, चिरहुला हनुमान मंदिर, देवतालाब शिवमंदिर, ढढ़ेश्वरनाथ खजुहा शिवमंदिर, कष्ठहरनाथ शिवमंदिर गुढ़ सहित अन्य।
प्राकृतिक स्थल– रीवा जिले में प्राकृतिक सौंदर्य के सबसे अच्छे स्थल यहां के जलप्रपात हैं। जिसमें पुरवा, क्योंटी, चचाई, टोंस, घिनौचीधाम, बहुती वाटरफाल आदि शामिल हैं। इन्हें देखने से दूर-दूर से पर्यटक आते हैं। अब विदेशी शैलानियों को आकर्षित करने की तैयारी है।
विकसित आधारभूत संरचना– तेजी से बढ़ते शहर के चारों ओर रिंगरोड, फ्लाईओवर, बड़े शॉपिंग माल, बदवार का अल्ट्रा मेगा सोलर पॉवर प्लांट, मोहनिया पहाड़ की ट्विन ट्यूब टनल, गोविंदगढ़ किले का हेरिटेज होटल भी पर्यटकों को आकर्षित करेंगे।
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प्रशासनिक स्तर पर तैयारियां हुईं तेज
इंडियन एसोसिएशन आफ टूर आपरेटर्स के रीवा भ्रमण का कार्यक्रम तय होने के बाद तैयारियां तेज हो गई हैं। पूर्व मंत्री पुष्पराज सिंह, मुख्य वन संरक्षक राजेश राय एवं डीएफओ अनुपम शर्मा सहित अन्य अधिकारियों की बैठक पुरवा में आयोजित हुई, जहां व्यवस्थाओं पर चर्चा हुई। इसके पहले कलेक्टर ने भी अधिकारियों को निर्देशित किया है कि जहां पर भ्रमण होना है, वहां की व्यवस्थाएं सुधारी जाएं।
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