मऊगंज। मध्यप्रदेश के नए जिले मऊगंज में भाजपा नेता के साथ ही थाने में अभद्रता किए जाने का मामला सामने आया है। कार्यकर्ताओं ने मारपीट किए जाने का आरोप लगाया है। जिला अध्यक्ष सहित अन्य के प्रदर्शन की वजह से पुलिस अधीक्षक ने थाना प्रभारी को तत्काल प्रभाव से लाइन हाजिर करते हुए थाने से हटा दिया है। बीती रात मऊगंज थाने में भाजपा के जिला उपाध्यक्ष विपिन मिश्रा ने पुलिस द्वारा एक प्रकरण में की गई गिरफ्तारी के संबंध में थाना प्रभारी राजेश पटेल से जानकारी चाही। इसी बीच दोनों के बीच हो रही बातचीत के दौरान ही थाना प्रभारी ने भाजपा नेता के साथ मारपीट शुरू कर दी। इतना ही नहीं अपने चेंबर से बाहर भी करने का प्रयास किया।
इसकी खबर जैसे ही भाजपा नेताओं को मिली, बड़ी संख्या में कार्यकर्ताओं ने थाना घेर लिया। जिलाध्यक्ष राजेन्द्र मिश्रा सहित अन्य नेता पहुंच गए। रात में ही एसपी को सूचना दी गई। मौके पर एसपी ने पहुंचकर जानकारी ली और पूरे घटनाक्रम की जांच के लिए एएसपी को निर्देशित किया। एसपी ने आक्रोशित भाजपा कार्यकर्ताओं को 24 घंटे में कार्रवाई का आश्वासन देकर मामले को शांत कराया। इधर सुबह होते ही भाजपा कार्यकर्ताओं का आक्रोश बढऩे लगा और वह थाना प्रभारी के निलंबन की मांग करने लगे। वरिष्ठ नेताओं ने एसपी द्वारा दिए गए समय का इंतजार करने की बात करते हुए कार्यकर्ताओं को शांत कराया।
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अधिवक्ता संघ ने एसपी को ज्ञापन सौंपा, आंदोलन की चेतावनी
भाजपा नेता विपिन मिश्रा मऊगंज के अधिवक्ता भी हैं। वह थाने अधिवक्ता के तौर पर जानकारी लेने के लिए पहुंचे। इस कारण पुलिस द्वारा की गई अभद्रता के विरोध में अधिवक्ता संघ भी अलर्ट रहा। पहले संघ की बैठक हुई, जिसमें इस घटना पर पुलिस की निंदा की गई और अध्यक्ष हरिहर प्रसाद शुक्ला के नेतृत्व में प्रतिनिधि मंडल एसपी से मिलने पहुंचा। वहां पर ज्ञापन सौंपकर कहा कि तीन दिन के भीतर थाना प्रभारी के विरुद्ध सख्त कार्रवाई की जाए अन्यथा संघ आंदोलन के रास्ते पर जाने को मजबूर होगा। एसपी ने अधिवक्ताओं को समझाइश दी कि निष्पक्ष जांच की जा रही है। इस दौरान एसपी ने अधिवक्ताओं को यह भी बताया कि थाना प्रभारी को तत्काल प्रभाव से लाइन हाजिर कर दिया गया है। साथ ही नए प्रभारी की नियुक्ति की जा रही है। इसके बाद अधिवक्ता भी अपनी मांगों के निराकरण पर संतुष्ट नजर आए।
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यह थी विवाद की वजह
इस विवाद की प्रमुख वजह कुछ दिन पहले हुई एक सड़क दुर्घटना बताई जा रही है। बायपास में एक बस ने बाइक सवार को ठोकर मार दी थी। इस पर दोनों पक्षों के बीच समझौता हुआ था कि बाइक की मरम्मत करा दें तो कोई रिपोर्ट दर्ज नहीं कराएंगे। बाइक जब बनकर तैयार हो गई तब बस संचालक ने रुपए देने से इनकार कर दिया। इसी बात को लेकर मध्यस्तता करने वाले डिल्लू पयासी ने कहा कि बस जहां पर खड़ी है वहीं पर रहेगी, निराकरण होने के बाद ही जाएगी। इस पर शाहपुर थाना क्षेत्र के धरमपुरा गांव के निवासी बस संचालक स्वप्निल मिश्रा ने थाने में रिपोर्ट दर्ज करा दी। पुलिस ने डिल्लू पयासी को गिरफ्तार कर लिया। इसी के चलते विपिन मिश्रा थाने गए थे, जहां पर प्रभारी से विवाद हो गया।
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मऊगंज थाने में अधिवक्ता के साथ अनुचित व्यवहार किए जाने की सूचना प्राप्त हुई थी। इस पर जांच कराई गई तो पाया गया है कि थाना प्रभारी का व्यवहार उचित नहीं था। इसलिए उन्हें लाइन अटैच कर दिया गया है।
रसना ठाकुर, एसपी मऊगंज