Thursday, September 19

 

रीवा। जनपद पंचायत रीवा में सामान्य सभा की बैठक में हंगामा मच गया। सदस्यों द्वारा उठाए गए सवालों के जवाब अध्यक्ष और सीईओ द्वारा नहीं दिए जाने की वजह से सदस्यों ने नाराजगी जाहिर की। इन सदस्यों ने कहा कि १५वें वित्त की राशि जो जनपद सदस्यों को क्षेत्र में विकास के लिए दिया जाना था उसमें 25 सदस्यों में से केवल तीन सदस्यों के बीच राशि बांट दी गई है। बैठक शुरू होते ही सदस्यों ने राशि बंटवारे का हिसाब मांगा तो अध्यक्ष संगीता यादव कोई जवाब नहीं दे पाई। इस पर सीईओ ने भी कोई स्पष्ट जवाब नहीं दिया तो सदस्यों हंगामा मचा दिया।

बैठक में मौजूद 17 सदस्यों में 14 बाहर निकल आए और अध्यक्ष पर कई गंभीर आरोप लगाए। साथ ही जनपद सीईओ पर भी सत्ता पक्ष के हिसाब से काम करने का आरोप लगाया। कई सदस्यों ने कहा कि जब प्रस्ताव लिखाना चाहा तो सीईओ कार्यवाही रजिस्टर में लिख नहीं रहे थे इस कारण बैठक का बहिष्कार किया गया है। बताया गया है कि जनपद अध्यक्ष के पति राजेश यादव को भाजपा के पूर्व विधायक केपी त्रिपाठी का संरक्षण प्राप्त है। जिसके चलते कलेक्टर एवं अन्य अधिकारियों की बैठकों में भी शामिल होता है।

– अध्यक्ष पति पर लगाए आरोप
हंगामे के बाद बाहर निकले जनपद सदस्यों ने अध्यक्ष के विरुद्ध नारेबाजी की। साथ ही कहा कि अध्यक्ष के पति बैठक का पूरा संचालन अब तक करते रहे हैं, इस बैठक में आपत्ति के बाद वह नहीं आए तो अध्यक्ष बैठक संचालित नहीं करा पाई। जनपद सदस्य ममता पटेल, रूपा सिंह, ऊषा कोल आदि ने कहा कि जनपद सदस्यों के साथ उपेक्षा करने का काम किया जा रहा है। अध्यक्ष से कोई बात करने पर वह कहती हैं कि उनके पति से बात करो। सदस्यों ने आरोप लगाया है कि कमीशन लेकर राशि जारी की जा रही है। इस मामले में जनपद अध्यक्ष ने कहा कि आरोप सही नहीं है। कुछ सदस्यों को विकास कार्यों के लिए राशि जारी हुई है, जो रह गए हैं उनको भी जारी की जाएगी।
— सीईओ ने बताया निजी बैठक
बैठक के दौरान कुछ मीडियाकर्मी भी मौजूद रहे और वीडियो बना रहे थे। इस पर जनपद सीईओ ने आपत्ति दर्ज कराई और कहा कि यह विभाग की निजी बैठक है। इस कारण कोई मीडियाकर्मी मौजूद नहीं रहेगा। उन्होंने मीडियाकर्मियों को बाहर कर भीतर से ताला लगवा दिया। हालांकि कुछ देर के बाद ही सदस्यों ने हंगामा मचाया तो गेट खोला गया।

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