रीवा। जय भारत-जय मानवतावाद का नारा देने वाले लालगांव निवासी लल्लू सिंह(91) का निधन हो गया है। कई वर्षों से वह गांव-गांव लोगों के अधिकारों के लिए आवाज उठा रहे थे। अधिकांश लोग उनके मूल नाम की जगह जय भारत के नाम से ही जानते रहे हैं। किशोरावस्था से ही वह लोगों के अधिकारों के लिए लड़ाई करते रहे हैं।
आजादी के कुछ समय पहले जब सभी किसानों को चावल जमा कराने का आदेश दिया गया। स्वतंत्रता आंदोलन का हिस्सा बताते हुए इसका जिले के कई क्षेत्रों में विरोध किया गया। जिसमें लल्लू सिंह ने भी आंदोलन में हिस्सा लिया और गिरफ्तार भी किए गए। तभी से उनके मन में आम लोगों के हक के लिए आंदोलन की योजना आई। आजादी के बाद से वह क्षेत्र में शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए स्कूलों की स्थापना की मांग करते रहे। लालगांव, दुलहरा सहित कई गांवों में प्राथमिक स्कूलें खुलवाने में उनकी बड़ी भूमिका रही है। उनका कहना था कि शिक्षा ही विकास के मुख्य धारा से जोड़ेगी इसलिए हर गांव में इसकी सुविधा मिलना चाहिए।
बीते कुछ समय से वह अस्वस्थ चल रहे थे। इनके पुत्र अरुणेश्वर सिंह और जय सिंह भी समाजसेवा से जुड़े हैं। लल्लू सिंह उर्फ जय भारत के निधन पर शहर के लोगों ने शोक संवेदना व्यक्त की है। जिसमें समाजसेवी कौशलेश मिश्रा, अमित सोहगौरा, राघवेन्द्र सिंह तिवारी, बलराम दाहिया, भावना सिंह, सोमशंकर त्रिपाठी, धनेश त्रिपाठी सहित अन्य ने श्रद्धांजलि अर्पित की है।