रीवा। शराब दुकानों का लाइसेंस जारी करने के बदले ठेकेदारों द्वारा लगाई गई बैंक गारंटी को लेकर लगातार सवाल उठ रहे हैं। शिकायत के बाद अब लोकायुक्त ने मामला पंजीबद्ध किया है और जांच शुरू कर दी है।

शिकायतकर्ता बीके माला ने बताया कि कई महीने से वह लगातार संबंधित स्थानों पर बैंक गारंटी के नाम पर हुए घोटाले की जांच के लिए मांग कर रहे हैं। जिस पर अब लोकायुक्त ने भी शिकायत को पंजीबद्ध करते हुए जांच शुरू कर दी है। मामला जिला सहकारी बैंक सीधी के सिंगरौली जिले में स्थित मोरबा शाखा से जुड़ा हुआ है। इसलिए बैंक के सीईओ से पूरी जानकारी तलब की गई है। साथ ही संभागायुक्त से भी जानकारी मांगी गई है, क्योंकि मामला रीवा और सिंगरौली जिले से जुड़ा हुआ है।

रीवा जिले में आबकारी विभाग द्वारा शराब दुकानों के लाइसेंस के लिए ठेकेदारों ने बैंक गारंटी सहकारी बैंक के सिंगरौली जिले के मोरबा ब्रांच से जारी कराई थी। आबकारी विभाग के अधिकारियों की भी इसमें मिलीभगत थी। दस्तावेजों के सत्यापन की जवाबदेही विभाग के अधिकारियों की थी।

इसकी शिकायत किए जाने पर प्रथम दृष्टया मोरबा ब्रांच के मैनेजर नागेन्द्र सिंह को निलंबित कर दिया गया है। सिंगरौली से उन्होंने रीवा शहर के समान, इटौरा, बोदाबाग, रायपुर कर्चुलियान, गुढ़, मनगवां के साथ ही सतना एवं उमरिया जिले की दुकानों के लिए भी गारंटी जारी कर दी थी। पूर्व में इस मामले की जांच ईओडब्ल्यू ने भी शुरू की थी लेकिन ईओडब्ल्यू की जांच काफी धीमी गति से रही है। अब लोकायुक्त ने जांच शुरू की है और जवाब मांगे हैं। शिकायत में आबकारी विभाग के अधिकारी अनिल जैन और सर्किल प्रभारी मनोज बेलवंशी एवं अन्य के विरुद्ध कार्रवाई की मांग की गई है। उधर आबकारी विभाग ने भी जांच शुरू कर दी है।

विभाग के तत्कालीन अधिकारियों से जवाब लिए गए हैं। संभागायुक्त अनिल सुचारी भी कई बार इस मामले की जानकारी कलेक्टर रीवा एवं सिंगरौली से ले चुके हैं। इस पूरे मामले में कहा गया है कि ११ करोड़ रुपए से अधिक की बैंक गारंटी कथित रूप से फर्जी रूप से बनाई गई है।

एक और बैंक गारंटी में फर्जीवाड़े का आरोप
सहकारी बैंक के सिंगरौली के मोरबा ब्रांच से बैंक गारंटी के नाम पर बड़ा कारोबार किए जाने के आरोप लगते रहे हैं। अब मत्स्य विभाग में भी इसी तरह की फर्जी बैंक गारंटी जमा कराए जाने का आरोप सामने आया है। जिस पर मत्स्य महासंघ के क्षेत्रीय प्रबंधक ने जिला सहकारी बैंक मोरबा सिंगरौली के सीईओ को पत्र लिखकर कहा है कि गुलाबसागर बांध में मत्स्य विक्रय के लिए मेसर्स भीम इंटरप्राइजेज सिंगरौली द्वारा ८.६० लाख और १०.४० लाख रुपए की बैंक गारंटी लगाई गई है। आशंका उत्पन्न होने के बाद अब उक्त बैंक गारंटी के सत्यापन की मांग की जा रही है।
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