Loksabha Election 2024 : लोकसभा चुनाव 2024 के प्रथम चरण का मतदान 19 अप्रैल को होने जा रहा है। इसको लेकर नामांकन भी शुरू हो चुके हैं। मध्य प्रदेश के सीधी जिले में भी पहले चरण में ही मतदान होना है। यहां से इस बार चुनाव रोचक हो गया है क्योंकि कांग्रेस पार्टी की ओर से कांग्रेस वर्किंग कमेटी के सदस्य एवं पूर्व मंत्री कमलेश्वर पटेल (Kameshwar Patel) को चुनाव मैदान में उतारा गया है। उनके मुकाबले भाजपा ने बहुजन समाज पार्टी के पूर्व नेता राजेश मिश्रा (Rajesh Mishra) को मैदान में उतारा है।
सीधी संसदीय सीट ( Sidhi Loksabha Seat) का चुनाव इस बार त्रिकोणीय मुकाबले में फंस गया है क्योंकि यहां से भाजपा के बड़े नेता राज्यसभा सदस्य अजय प्रताप सिंह (Ajay Pratap Singh) ने पार्टी से बगावत करते हुए चुनाव मैदान में उतारने का निर्णय लिया है।अजय प्रताप सिंह ने गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़ने की घोषणा कर नामांकन दाखिल कर दिया है ।
आदिवासी बाहुल्य सीधी संसदीय सीट में गोंडवाना गणतंत्र पार्टी का भी अपना बड़ा वोट बैंक है। इस वजह से चुनाव रोचक मोड़ पर पहुंच चुका है। भाजपा एक ओर जहां मोदी लहर पर सवार है और पार्टी को जीत का भरोसा है, कार्यकर्ताओं का भी मनोबल बढ़ा हुआ है।
वहीं भारतीय जनता पार्टी के बड़े नेता अजय प्रताप द्वारा बगावत किए जाने के साथ ही पार्टी के भीतर से गुटबाजी और अंदरूनी कलह ने पार्टी की राह कठिन बना दी है। वहीं कांग्रेस संगठन के प्रमुख पदाधिकारी कमलेश्वर पटेल की मुश्किलें भी काम नहीं हो रही हैं, कांग्रेस के प्रदेश उपाध्यक्ष और बड़े व्यापारी नेता लालचंद गुप्ता ने हाल ही में कांग्रेस छोड़कर भाजपा ज्वाइन कर लिया। इसी तरह अन्य करीब दर्जन भर नेताओं ने भी चुनाव से पहले पार्टी छोड़ दी है जिससे कमलेश्वर पटेल की मुश्किलें बढ़ गई हैं।
सीधी संसदीय सीट पर कांग्रेस की ओर से न केवल कमलेश्वर पटेल की प्रतिष्ठा दांव में लगी है बल्कि पूर्व नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह राहुल की भी प्रतिष्ठा जुड़ी हुई है क्योंकि पिछले चुनाव में वह स्वयं कांग्रेस पार्टी की ओर से चुनाव मैदान में थे। इस बार उनके सामने कांग्रेस प्रत्याशी को जीत दिलाने की चुनौती है।
अजय सिंह राहुल की भी मुश्किलें बढ़ रही हैं क्योंकि उनके क्षेत्र चुरहट से ही बड़ी संख्या में उनके समर्थक दूसरे प्रत्याशियों के समर्थन में खड़े हो गए हैं। भाजपा के राजेश मिश्रा और गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के अजय प्रताप सिंह दोनों अजय सिंह राहुल के गृह क्षेत्र चुरहट के ही रहने वाले हैं । इस वजह से क्षेत्रीयता के आधार पर कांग्रेस से जुड़े कई समर्थक अब राजेश मिश्रा और अजय प्रताप के साथ जाने के लिए निकल चुके हैं।
अजय प्रताप कांग्रेस को अधिक नुकसान
अजय प्रताप सिंह चाहे भले ही भाजपा से बगावत करते हो पार्टी के कार्यकर्ताओं को अलग कर लिया हो लेकिन वह चुनाव में भाजपा से अधिक कांग्रेस को ही नुकसान पहुंचाने दिख रहे राजनीतिक समीक्षकों की माने तो भाजपा के जो असंतुष्ट कार्यकर्ता और मतदाता थे वह कांग्रेस प्रत्याशी को समर्थन करते लेकिन उनके पास एक और विकल्प हो गया है जिसके चलते वह अजय प्रताप की ओर जा रहे इसी वजह से भाजपा से कटने वाले वोट मुख्य प्रतिद्वंद्वी कांग्रेस की ओर न जाकर अजय प्रताप की ओर जा रहे हैं जिसके चलते भाजपा भी चाहती है कि उसके असंतुष्ट कांग्रेस में न जाए बल्कि कहीं और जाते हैं तो अधिक नुकसान नहीं होगा।
…
सीधी संसदीय क्षेत्र में अब तक निर्वाचित सांसद
– 1952 भगवानदत्त शास्त्री, सोशलिस्ट पार्टी
– 1955 उप निर्वाचन मानचंद्र जोशी, भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस
– 1962 आनंद चंद्र जोशी, कांग्रेस
– 1967 भानू प्रकाश सिंह, कांग्रेस
– 1971 रणबहादुर सिंह, निर्दलीय
– 1977 सूर्यनारायण सिंह, भारतीय लोकदल
– 1977 उप निर्वाचन रविनंदन सिंह, जनता पार्टी
– 1980 मोतीलाल सिंह, इंडियन नेशनल कांग्रेस आई
– 1984 मोतीलाल सिंह, इंडियन नेशनल कांग्रेस आई
– 1989 जगन्नाथ सिंह, भाजपा
– 1991 मोतीलाल सिंह, इंडियन नेशनल कांग्रेस
– 1996 तिलकराज सिंह, अखिल भारतीय कांग्रेस तिवारी
– 1998 जगन्नाथ सिंह, भाजपा
– 1999 चंद्रप्रताप सिंह, भाजपा
– 2004 चंद्रप्रताप सिंह, भाजपा
– 2007 उप चुनाव . मानिक सिंह, इंडियन नेशनल कांग्रेस
– 2009 गोविंद मिश्रा, भाजपा
– 2014 रीती पाठक, भाजपा
– 2019 रीती पाठक, भाजपा..