Rewa , Madhya Pradesh.। हायर सेकंडरी और हाईस्कूल की बोर्ड परीक्षाओं में रीवा जिले के खराब परफार्मेंस के बाद अब तक हुई कार्रवाई पर कलेक्टर ने नाराजगी जाहिर की है। समीक्षा बैठक में शिक्षा विभाग के अधिकारियों पर कलेक्टर प्रतिभा पाल ने नाराजगी जाहिर की और चेतावनी दी है कि लगातार परीक्षा परिणाम खराब आ रहा है, इसके बावजूद जरूरी प्रयास नहीं किए जा रहे हैं। गत परीक्षा में कम प्रतिशत वाले विद्यालयों के प्राचार्यों के विरुद्ध कठोर कार्रवाई के निर्देश दिए। बैठक में अनुपस्थित व विद्यालय में अपेक्षित प्रगति न होने पर प्राचार्यों के
निलंबन एवं अवैतनिक किये जाने के लिए भी कहा। कलेक्टर को दिल्ली जाना था इसलिए उन्होंने कलेक्टर का प्रभार जिला पंचायत के सीईओ सौरभ सोनवणे को दिया है और कहा है कि लापरवाह प्राचार्यं पर वह एक्शन लें। कलेक्टर ने बैठक में अनुपस्थित बुड़वा एवं कन्या विद्यालय गंगेव के प्राचार्य को निलंबित करने तथा हायर सेकेण्डरी विद्यालय गंगेव, चौखण्ड़ी, पुरौना विद्यालयों के प्राचार्यों के वेतन रोकने के निर्देश दिए। देर शाम प्रभारी कलेक्टर सोनवणे ने जिला शिक्षा अधिकारी को तलब किया और 18 प्राचार्यों को चिन्हित कर कार्रवाई के लिए निर्देशित किया। पिछले सत्र में हाईस्कूल का परीक्षा परिणाम ५३.९२ प्रतिशत और हायर सेकंडरी का ५०.१८ प्रतिशत रहा है। बैठक में कक्षा पांचवी, आठवीं, दसवीं एवं 12वीं के बोर्ड परीक्षा की तैयारी, यू डाइस फीडिंग, कक्षा पहली से लेकर के आठवीं तक के छात्रों की हिंदी, गणित एवं अंग्रेजी की दक्षता उन्नयन के लिए विशेष अभियान, पुस्तक वितरण की स्थिति, भाषाई एवं संख्यात्मक साक्षरता अभियान की भी समीक्षा की गई।
– डिजिटल कक्षाओं का भी हो संचालन
बैठक में मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत डॉ. सौरभ सोनवणे ने डिजिटल कक्षाओं के संचालन की बात कही। उन्होंने मऊगंज, नईगढ़ी एवं हनुमना विकासखण्ड के विद्यालयों के परीक्षा परिणाम अच्छी स्थिति में न होने पर नाराजगी व्यक्त की तथा जिला शिक्षा अधिकारी को इसमें विशेष ध्यान देने के निर्देश दिये। कक्षा 12वीं सहित कक्षा 5वीं एवं कक्षा 8वीं के परीक्षा परिणाम को भी प्रदेश में उत्कृष्ट स्थान में होने के लिये पूरी तत्परता से शैक्षणिक कार्य किये जाने के लिए निर्देशित किया। उन्होंने यू डाइस इंट्री न करने वाले प्राचार्यों के वेतन रोकने के निर्देश। इस दौरान जिला शिक्षा अधिकारी जीपी उपाध्याय, डीपीसी देवकर्ण मिश्रा सहित जिले के विद्यालयों के प्राचार्य, बीईओ, बीआरसी, सीएसी उपस्थित रहे।
– स्कूलों को दिए गए ये निर्देश
– विद्यालयों में नियमित कक्षाएं लगें, जरूरत पर अतिरिक्त कक्षाएं तथा रेमेडियल कक्षाओं के जरिए पढ़ाएं।
– अपेक्षित परिणाम नहीं आने पर संबंधित प्राचार्य के विरूद्ध कठोर कार्रवाई होगी।
– परिणाम सुधारने प्राचार्य इसे अपनी जिम्मेदारी मानें शैक्षणिक स्तर में सुधार के सभी उपाय करें।
– जिला शिक्षा अधिकारी व विकासखण्ड शिक्षा अधिकारी विद्यालयों का नियमित भ्रमण करें।
– जिन विद्यालयों में शिक्षक कम हों तथा जिन विद्यालयों का परिणाम अपेक्षाकृत ठीक नहीं हो वहां अतिरिक्त शिक्षकों की व्यवस्था हो।
– हर बच्चे की मैपिंग करें तथा उनके अभिभावकों को भी नियमित तौर पर बच्चों को स्कूल भेजने के लिये प्रेरित करें।
– बोर्ड कक्षा में पढऩे वाले विद्यार्थी की वन टू वन जानकारी रखें तथा कमजोर छात्रों की मदद करें।
– ड्राप आउट विद्यार्थियों की जानकारी दो दिन में जिला शिक्षा अधिकारी प्रस्तुत करेंगे।
– आगामी दो माहों में विद्यालयों में सिर्फ शैक्षणिक कार्य हो तथा अन्य गतिविधियों के लिये संलग्न शिक्षकों से शैक्षणिक कार्य ही कराया जाय।
– 25 दिसंबर से लेकर के 25 जनवरी तक सभी प्राथमिक एवं माध्यमिक शालाओं में कक्षा एक से लेकर के आठ तक के छात्रों को प्रोत्साहित करने अभियान चलेगा।
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बोर्ड परीक्षाओं में रीवा का परिणाम सुधारने के लिए लगातार निगरानी की जा रही है। प्राचार्यों को निर्देश दिए जाते रहे हैं लेकिन कई जगह से लापरवाही सामने आई है। इसलिए 18 पर अभी कार्रवाई हुई है। हर सप्ताह समीक्षा होगी और जहां लापरवाही पाई जाएगी संबंधित पर कार्रवाई होगी।
डॉ. सौरभ सोनवणे, प्रभारी कलेक्टर रीवा
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