रीवा। अपने बयानों को लेकर सुर्खियों में रहने वाले सांसद जनार्दन मिश्रा इंजीनियरिंग कालेज के पुरा छात्रों के सामने अपने मन की इच्छा जाहिर कर फिर चर्चा में आ गए हैं। उन्होंने कहा कि इंजीनियरिंग तेजी से बढ़ रही है लेकिन मानवीय मूल्य कमजोर हो रहे हैं। इंजीनियरिंग कालेज अपनी स्थापना के 60 वर्ष पूरे होने पर हीरक जयंती मना रहा है।

आगामी 60 साल के बाद जब दूसरा कोई इस तरह का कार्यक्रम होगा तो उसमें इस तरह से पुरा छात्र, शिक्षक, जनप्रतिनिधि रहेंगे या नहीं। उस दौर में सबकुछ मशीनें ही करेंगी क्या, मन में इस पर बड़ा सवाल उत्पन्न हो रहा है। मिश्रा ने कहा कि आज हर घर में पति-पत्नी चाहे भले ही एक ही बिस्तर पर सोएं लेकिन वह अपने मोबाइल पर व्यस्त रहने की वजह से एक-दूसरे की ओर पीठ करके सोते हैं। बढ़ती तकनीकी ने भावनाओं को भी बदलने का काम किया है।

 

सांसद ने कहा कि उन्हें चिंता है कि आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस(एआई) के दौर में सबकुछ आनलाइन होता जा रहा है। शादियां आनलाइन हो रही हैं। अगले 50-60 वर्षों के बाद आनलाइन बच्चे भी पैदा होने लगेंगे, तब वह स्टील के बच्चे होंगे या हड्डी और मांस के होंगे। सांसद मिश्रा ने कहा कि वह इंजीनियरों के सामने बड़ा सवाल छोड़कर जा रहे हैं कि बढ़ते तकनीकी के दौर में हमारे सामाजिक जीवन के मूल्यों की रक्षा कैसे करेंगे। सांसद के इस बयान पर देशभर से आए इंजीनियरों ने जमकर ताली भी बजाई।

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