Namo App BJP Survey Loksabha election 2024 :  लोकसभा चुनाव की तैयारी में भाजपा का संगठन कई महीने से जुटा हुआ है। अब नमो ऐप के जरिए आनलाइन सर्वे कराया जा रहा है। जिसमें पार्टी कार्यकर्ताओं और आम लोगों से कई सवाल पूछे जा रहे हैं। इसके माध्यम से यह पता लगाया जा रहा है कि पार्टी के सांसद के काम आंकलन लोग किस तरह से कर रहे हैं। साथ ही नए चेहरे यदि कोई हैं तो वह कौन हैं। चुनावी प्रबंधन के चलते हर बार नए प्रयोग भाजपा की ओर से किए जाते हैं।

कुछ समय पहले विधानसभा चुनाव में भी कई प्रयोग किए गए थे। रीवा जिले से दो विधायकों की टिकट काट दी गई थी। लोकसभा चुनाव से पहले शुरू हुए अनुमानों के दौर में नमो ऐप का सर्वे इनदिनों चर्चा में है। यह चर्चा में इसलिए भी है कि कई नेता अपने समर्थकों और अन्य लोगों से इसमें खुद का नाम बताने के लिए कह रहे हैं। इस सर्वे में 12 क्षेत्रों के सवाल पूछे जा रहे हैं। इसी आधार पर जनता से सांसद के कार्य क्षेत्र के बारे में रेटिंग भी ली जा रही है।

खास बात यह है कि जनता से पार्टी के उन तीन नेताओं के नाम भी पूछे जा रहे हैं, जो जनता के बीच लगातार सक्रिय हैं। इसके अलावा केन्द्र व राज्य सरकार की योजनाओं के प्रति संतुष्टि से जुड़ा सवाल भी है। इसमें यह भी सवाल है कि मतदान करते समय कौन से मुद्दे पर फोकस करेंगे। इसके माध्यम से जनता का मूड समझने की कोशिश भी हो रही है, ताकि जो मुद्दे जनता के मन में हों उन्हीं के अनुसार आगे की रणनीति बनाई जाए।

पिछली सरकारों के साथ मोदी सरकार के कामकाज की तुलना भी पूछी जा रही है। साथ ही रक्षा, विदेश नीति, आर्थिक सशक्तीकरण, स्वच्छता सहित कई गैर राजनीतिक सवाल भी पूछे गए हैं। एक सवाल यह भी है कि आप भाजपा को वोट देने का इरादा रखते हैं या नहीं। भाजपा के इस सर्वे को टिकट वितरण के हिसाब से भी काफी अहम बताया जा रहा है। जिन नेताओं को पार्टी की टिकट पर चुनाव लडऩा है, उन्हें अब आम लोगों के बीच सक्रियता के साथ ही आनलाइन सर्वे में भी बढ़त हासिल करना होगा।

– संगठन की सक्रियता और मोदी लहर का फायदा चाहते हैं दावेदार
रीवा लोकसभा सीट से कई नए और पुराने नेता टिकट की दावेदारी कर रहे हैं। भाजपा में कांग्रेस या फिर दूसरे दलों की तरह टिकट के लिए खुली प्रतिस्पर्धा नहीं होती, इस वजह से अपनी सक्रियता संगठन के शीर्ष नेतृत्व तक पहुंचाने के प्रयास में तमाम दावेदार जुटे हुए हैं। टिकट तो नहीं मांग रहे लेकिन दिल्ली और भोपाल का ये दावेदार चक्कर लगाकर नेताओं की नजर में बने रहने के प्रयास में हैं। वहीं हाल के दिनों में उप मुख्यमंत्री राजेन्द्र शुक्ला को विंध्य क्षेत्र की जिम्मेदारी मिलने के बाद उनके यहां भी नेताओं की परिक्रमा बढ़ गई है। रीवा भाजपा के लिए सुरक्षित सीट मानी जा रही है, यहां से विधानसभा और लोकसभा चुनाव में पार्टी का कई बार से अच्छा प्रदर्शन रहा है। यही कारण है कि मोदी लहर और पार्टी संगठन की सक्रियता का फायदा लेने के लिए हर दावेदार बेताब हैं।

आनलाइन सर्वे में इनका नाम चर्चा में
रीवा.। नमो ऐप के जरिए आनलाइन सर्वे में रीवा के करीब दर्जनभर नेताओं के नाम बताए जा रहे हैं। तीन नामों का विकल्प है, इसलिए वर्तमान सांसद जनार्दन मिश्रा का भी नाम लोग बता रहे हैं। अन्य लोकप्रिय नामों में उप मुख्यमंत्री राजेन्द्र शुक्ला, पुष्पराज सिंह, गिरीश गौतम, शिवेन्द्र पटेल, अजय सिंह पटेल, केपी त्रिपाठी, राजेश पांडेय, गौरव तिवारी, विवेक गौतम, राजेन्द्र मिश्रा, प्रज्ञा त्रिपाठी, अंजू मिश्रा, तिवारी लाल, वीरेन्द्र गुप्ता सहित कई अन्य नेताओं के नाम विकल्प के तौर पर उनके समर्थक बता रहे हैं।
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