Friday, February 7

रीवा। पुलिस विभाग के जारी पत्र के आधार पर चल रही अवैध वसूली में मचे बवाल के बीच अब एसडीएम के वाहन में सवार लोगों द्वारा अवैध रूप से वसूली करने का मामला सामने आया है। इसकी एसडीएम सहित अन्य जिम्मेदार अधिकारियों से शिकायत की गई है। वसूली संबंधी वीडियो भी जारी हुआ है, जिसमें कथित तौर पर अवैध वसूली करने वाला व्यक्ति भी दिखाई दे रहा है। उक्त व्यक्ति और वाहन मालिक के बीच हुई बातचीत में वह अपना नाम नहीं बता रहा है। इस बात को लेकर एसडीएम कार्यालय में दोनों पक्षों के बीच कहासुनी भी हुई। वायरल वीडियो में उक्त व्यक्ति यह कहते हुए सुनाई दे रहा कि वह एसडीएम के कहने पर वाहनों की जांच कर रहा था, लेकिन वह कौन है यह नहीं बताएगा। जो भी बात करनी है एसडीएम से जाकर पूछो।

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खुद को सांसद-विधायक का रिश्तेदार बताया
वायरल वीडियो में संबंधित व्यक्ति द्वारा वाहन मालिक से कहा जा रहा कि वह खुद का नाम तो नहीं बताएगा लेकिन कोई आम व्यक्ति नहीं है। पहले सांसद का भाई बताया, फिर कुछ देर के बाद विधायक का रिश्तेदार बताया। सरकारी व्यक्ति नहीं होने की वजह से वाहन मालिक ने एसडीएम कार्यालय में शोरशराबा भी मचाया और कहा कि इस मामले को वह उच्च अधिकारियों के पास तक ले जाएंगे और जिम्मेदारों पर कार्रवाई की मांग करेंगे।
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दिनभर खड़ा कराने के बाद वाहन छोड़ा
घटनाक्रम बीते 12 जुलाई का बताया गया है। इसमें खाद्यान्न का परिवहन कराने वाले माधव प्रसाद दुबे के वाहन की जांच की गई थी। उस दौरान वाहन चालक और माधव प्रसाद के पुत्र मौजूद थे। एसडीएम का वाहन होने की वजह से ट्रक चालक ने रोक दिया था, जिसे वाहन में सवार लोगों ने खड़ा करवा लिया था। यह वाहन बाद में भाजपा नेताओं के कहने पर ही दूसरे दिन छोड़ा गया।

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एक लाख की डिमांड, 25 हजार में समझौता किया

वाहन मालिक भाजपा नेता माधव प्रसाद दुबे ने एसडीएम से शिकायत करने के बाद बताया कि उनके बेटे द्वारा सरकारी खाद्यान्न का परिवहन किया जाता है। बीते 12 जुलाई को लूक (जवा) पेट्रोल पंप के पास ट्रक को रोका गया और दस्तावेजों की मांग की गई। एसडीएम बाद में चले गए और एक व्यक्ति को छोड़ गए थे, जिसने अपना परिचय नहीं बताया और धमकी दी कि वाहन सीज कर देंगे। अन्यथा एक लाख रुपए जमा कराओ। बाद में कहा गया कि सारे दस्तावेज उपलब्ध हैं और वह ऑनलाइन भी जांच कर सकते हैं। तब भी कहा कि 25 हजार देना पड़ेगा। हालांकि बाद में मामला विधायक दिव्यराज सिंह के संज्ञान में आया। उन्होंने एसडीएम से बात की तो वाहन को छोड़ दिया गया।

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एसडीएम की बेतुकी सफाई

जवा एसडीएम पियूष भट्ट ने अपनी सफाई पेश की। जिस वाहन से एसडीएम स्वयं उतरे थे और एक प्राइवेट व्यक्ति को वहीं पर छोड़कर दूसरे वाहन से चले गए थे, मामला सामने आने के बाद एसडीएम ने उक्त वाहन को ही पहचानने से इनकार कर दिया है। उस व्यक्ति का भी नाम नहीं बता पा रहे हैं जो अक्सर उनके वाहन में सवार रहता है और उस दिन अवैध रूप से वसूली कर रहा था। एसडीएम का कहना है कि वीडियो को विस्तार से देखेंगे, तभी कुछ कह पाएंगे।

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अधिकारियों के संरक्षण में निजी लोग वसूली कर सरकार को बदनाम कर रहे हैं। हमने जवा में अवैध वसूली से जुड़े पूरे मामले की शिकायत की है। वीडियो भी सौंपा है। ऐसे ही चलता रहा तो जनता का आक्रोश फूट जाएगा।
माधव प्रसाद दुबे, शिकायतकर्ता

 

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