रीवा। भाजपा में चल रहे संगठनात्मक चुनाव के बीच विरोध के स्वर फूटने लगे हैं। सोमवार को भाजपा के संभागीय कार्यालय पहुंचकर पार्टी के कार्यकर्ताओं ने नारेबाजी कर विरोध जताया। इस दौरान नवगठित मनकहरी मंडल में अध्यक्ष पद पर चयन पर सवाल उठाए गए और कहा गया कि यहां पर क्रांतिवीर सिंह को अध्यक्ष नियुक्त किया गया है। मनकहरी सेमरिया विधानसभा क्षेत्र में आता है लेकिन नए अध्यक्ष इटौरा गांव के हैं जो रीवा विधानसभा क्षेत्र का हिस्सा है।
इस दौरान विरोध दर्ज कराने पहुंचे अभिषेक त्रिपाठी ने कहा कि जिला अध्यक्ष ने पार्टी को दो गुटों में बांट दिया है। सेमरिया क्षेत्र के संगठनात्मक चुनाव में सांसद और उस क्षेत्र के पूर्व विधायक तक से राय नहीं ली। अध्यक्ष ने अपनी मर्जी से मंडल अध्यक्ष की नियुक्ति करा दी है, इसलिए प्रदेश अध्यक्ष तक बात पहुंचाने के लिए पार्टी कार्यालय में सभी लोग जुटे हैं।
अभिषेक ने कहा कि भाजपा किसी के बाप की पार्टी नहीं है, यह कार्यकर्ताओं की पार्टी है। इसलिए संगठन को सख्त निर्णय लेना चाहिए। इसी तरह अनिल द्विवेदी ने कहा कि जब अध्यक्ष को अपने हिसाब से सबकुछ कर लेना था कि चुनाव की प्रक्रिया क्यों कराई गई। रायशुमारी का कोई मतलब नहीं निकला। इस दौरान कई गांवों के कार्यकर्ता मौजूद रहे, इनकी मांग है कि मनकहरी मंडल में की गई क्रांतिवीर सिंह की अध्यक्ष पर की नियुक्ति निरस्त की जाए और पार्टी के किसी भी कार्यकर्ता को यह जिम्मेदारी सौंपी जाए।
इस दौरान रामचरित शुक्ला मझियार, रंगबिहारी सिंह बरहा, लवप्रकाश मिश्रा मढ़ा, बालेन्द्र शेखर मिश्रा पटना, मुनेन्द्र मिश्रा सेमरा, अनूप सिंह मझियार, राजेन्द्र मिश्रा सेमरा, राकेश द्विवेदी, उत्कर्ष द्विवेदी, संतोष, आशीष, अरुण तिवारी सहित अन्य मौजूद रहे।
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पार्टी कार्यालय के बाहर कुछ लोग आए और वहीं पर बयानबाजी कर वापस लौट गए हैं। पार्टी को कोई ज्ञापन उनका नहीं मिला है। जिले भर में शांतिपूर्ण संगठन का निर्वाचन हो गया है। जिस आरोप की बात कही जा रही है, उसमें पार्टी की गाइडलाइन का पालन किया गया है। भाजपा में किसी एक व्यक्ति की नहीं चलती, सामूहिक निर्णय होते हैं।
अजय सिंह, जिला अध्यक्ष भाजपा
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