Thursday, September 19

शहडोल। पुणे में काम कर रहे उमरिया के बिरसिंहपुर पाली निवासी आईटी इंजीनियर व उसके एक साथी की सडक़ हादसे में मौत के बाद परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। घटना के बाद से मां और दादी बेसुध हैं। परिजनों ने पुलिस की कार्रवाई पर सवाल उठाते हुए सख्त कार्रवाई के साथ जमानत रद्द करने की बात कही है। उन्होने कहा कि ये दुर्घटना नहीं, बल्कि हत्या है।

घटना को लेकर अनीश के परिजन आत्माराम अवधिया ने कहा कि पुणे के प्रमुख रियल एस्टेट कारोबारी के बेटे किशोर ड्राइवर को इतनी बड़ी घटना के लिए जमानत नहीं दी जानी चाहिए थी। हम कड़ी सजा चाहते हैं, आरोपियों को दी गई जमानत रद्द की जानी चाहिए। अनीश के चाचा अखिलेश अवधिया का कहना है कि पांच लोगों की जो गिरफ्तारी बताई जा रही है, पुलिस को पहले ही कर लेना चाहिए था। धाराएं लगाई गई थी, पिता को भी उसी समय गिरफ्तार कर लेना चाहिए था।

पुलिस कमिश्नर का बयान आया था कि 304 की कार्रवाई के लिए आवेदन किया था उसे डिनाइ कर दिया। पुलिस को पूरा अधिकार है कि 304 की कार्रवाई करना चाहिए। अभी भी पुलिस गलती सुधार सकती है 304 में गिरफ्तार कर न्यायालय में प्रस्तुत करना चाहिए। कार मालिक व अन्य के खिलाफ पुलिस जो कार्रवाई कर रही है वह भटकाने के लिए कर रही है।

परिजनों का कहना है कि पुलिस 304 के तहत कार्रवाई कर आरोपी को न्यायालय में प्रस्तुत करे इसके बाद न्यायालय निर्णय लेगी कि कार चलाने वाला अण्डर एज है या नहीं। परिजनों का आरोप है कि पुलिस ने न तो मेडिकल रिपोर्ट प्रस्तुत किया और न ही कोई और साक्ष्य। वह 200 किमी की रफ्तार से बिना ड्राइविंग लाइसेंस व बिना नंबर के गाड़ी चला रहा था, इसके बाद भी कोई सजा नहीं दी जा रही है।

कोई सपोर्ट नहीं मिला, खराब हो गई थी बॉडी
मृतक के परिजनों का आरोप है कि घटना के बाद कोई सपोर्ट नहीं मिला। अस्पताल में मृत्यु के बाद फ्रिज की व्यवस्था नहीं की गई, परेशान भी किया जा रहा था। बॉडी डैमेज हो गई थी, दोपहर तक कोई सुविधा नहीं दी गई। किसी तरह शव लेकर पाली पहुंचे, जहां अनीश का अंतिम संस्कार किया गया।

एक माह पहले आया था, अपने लिए बनवाया था कमरा
अनीश एक माह पहले ही घर आया था। बाद में कंपनी से फोन आने पर वापस पुणे चला गया था। बताया जा रहा है कि अनीश ने घर में ही एक कमरा अपने लिए बनवाया था, परिजन उसे देख-देखकर बेसुध हो जा रहे हैं। परिजनों का कहना है कि ड्रिंक व ओवर स्पीड था इसके बाद भी नार्मल केस बनाया जा रहा है।  गौरतलब है कि पुणे में हादसा उस वक्त हुआ जब दोनों आईटी इंजीनियर अपनी बाइक से एक कार्यक्रम से लौट रहे थे। इसी दौरान सडक़ पर तेज रफ्तार से दौड़ रही कार ने बाइक को ठोकर मार दी और हादसे में दोनो की मौत हो गई। घटना के बाद पुलिस की कार्रवाई व आरोपी वाहन चालक को न्यायालय से मिली जमानत को लेकर परिजनों ने सवाल उठाए हैं। उमरिया के बिरसिंहपुर पाली निवासी अनीश अवधिया पुणे में आईटी इंजीनियर था। वह साथी अश्विनी कोष्टा के साथ शनिवार देर रात एक पार्टी से लौट रहा था तभी तेज रफ्तार कार की टक्कर से दोनों की मौत हो गई थी।

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