’Mauganj rescue opration in borewel
मऊगंज। खुले बोरवेल में एक बकरा गिर गया। जिसे बचाने के लिए घंटों मशक्कत करनी पड़ी। घटना की जानकारी मिलने के बाद प्रशासनिक अधिकारी मौके पर पहुंच गए। जेसीबी मशीन से खुदाई करवाकर दस घंटे बाद बकरे को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया है। उक्त बोरवेल को लेकर को लेकर अब प्रशासनिक अधिकारी जानकारी जुटाने का प्रयास कर रहे है।
नईगढ़ी थाने के गढ़वा गांव की घटना बताई जा रही है। यहां पर एक बोरवेल काफी समय से खुला पड़ा हुआ था जिसमें बुधवार की सुबह करीब सात बजे एक बकरा गिर गया था। काफी देर तक बाद जब बोरवेल से बकरे के चिल्लाने की आवाज आई तब लोगों का ध्यान गया। लोगों ने अपने स्तर पर बोरवेल से बकरे को निकालने का प्रयास किया लेकिन वे कामयाब नहीं हो पाए। बाद में प्रशासनिक अधिकारियों को इसकी सूचना दी गई। करीब 12 बजे एसडीएम बीके पाण्डेय, तहसीलदार दीपक तिवारी, एपीओ जनपद अनीश तिवारी, पीएचई कर्मचारी जानवी प्रसाद मिश्रा सहित पूरा अमला मौके पर पहुंच गया।
बोरवेल से बकरे को निकालने के लिए जेसीबी मशीन की मदद से खुदाई कराई गई। घटना की सूचना मिलने पर मनगवां विधायक नरेन्द्र प्रजापति भी मौके पर पहुंच गए और बचाव कार्य की जानकारी ली।
बोरवेल के समीप ही करीब पांच घंटे की खुदाई के बाद बचाव दल बकरे तक पहुंच गया और उसे बोरवेल से सुरक्षित बाहर निकाल लिया। यह बोरवेल नीचे तरफ भटा हुआ था और करीब 18 फिट गहरा था जिसमें बकरा फंसा हुआ था।
यही कारण है कि प्रशासनिक अधिकारियों ने तत्काल रेसक्यू आपरेशन शुरू कर उसे बाहर निकाल लिया। बकरा ननकू आदिवासी का बताया जा रहा है जो सुबह चरते समय बोरवेल में समा गया था।
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खुले बोरवेल बंद करवाने प्रशासनिक दावों की पोल खुली
जनेह थाने के मनिका गांव में खुले बोरवेल में बच्चे के गिरने के बाद प्रशासन ने खुले बोरवेल, कुओं को बंद करवाने के लिए अभियान चलाया था और मैदानी स्तर के कर्मचारियों को सर्वे की जिम्मेदारी देकर उनको बंद करवाने के निर्देश दिये थे। उक्त अभियान में कर्मचारियों ने खानापूर्ति कर दी जिसके परिणामस्वरूप उक्त बोरवेल आज भी खुला पड़ा हुआ था और कर्मचारियों की नजर इस बोरवेल में नहीं पड़ी। उसके चारों ओर घांसफूस उगी हुई थी जिससे वह बाहर से नजर नहीं आता था। गनीमत रही कि फिर कोई बच्चा हादसे का शिकार नहीं हुआ अन्यथा मनिका कांड की एक बार फिर पुनरावृत्ति हो जाती।
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गढ़वा गांव में एक बोरवेल खुला पड़ा हुआ था जिसमें बकरा गिर गया था। स्थानीय लोगों की मदद से रेसक्यू आपरेशन चलाकर उसको सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया है। जेसीबी मशीन से बोरवेल के बगल में खुदाई कराई गई है। पशु चिकित्सक द्वारा बकरे की जांच की गई है। सभी खुले बोरवेल बंद करवाए गए थे। यह कैसे छूट गया इस बात का पता लगाया जायेगा।
बीके पाण्डेय, एसडीएम मऊगंज(मध्यप्रदेश)