nरीवा। शहर में गणेश एवं दुर्गा पूजा के दौरान वर्षों से विसर्जन के लिए चिन्हित किए गए बीहर नदी के बाबाघाट में इस बार प्रतिमाओं का विसर्जन नहीं होगा। नगर निगम ने शहर के दो प्रमुख स्थानों पर नदियों में विसर्जन के लिए कुंड बनाया है। इसमें बिछिया नदी में छतुरिहा घाट और बीहर नदी में करहिया घाट को चिन्हित किया गया है। इन स्थानों का भ्रमण करने महापौर अजय मिश्रा बाबा पहुंचे। जहां पर अधिकारियों को निर्देशित किया कि गणेश और दुर्गा प्रतिमाओं के विसर्जन के दौरान सभी व्यवस्थाएं दुरुस्थ रखी जाएं।
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इस दौरान उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित किया कि दोनों घाटों पर हाईमास्ट लाइट लगाई जाएं ताकि रात्रि के समय पर्याप्त प्रकाश व्यवस्था रहे। यह भी कहा कि त्योंहारों के सीजन में कहीं से भी पानी, बिजली और सफाई की शिकायत नहीं आना चाहिए। शहर के हर हिस्से में पर्याप्त रोशनी रात्रि के समय करने का निर्देश दिया है। अब तक 18 हाई मास्ट लाइटें लगवाई जा चुकी हैं। इनमें 20 मीटर की सबसे ऊंची लाइट ट्रांसपोर्ट नगर के बाद करहिया विसर्जन घाट में लगाई गई है। इसके साथ ही अन्य कई स्थानों पर भी यह लाइट लगाई गई है।
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महापौर के साथ भ्रमण में एमआईसी सदस्य धनेंद्र सिंह बघेल, मनीष नामदेव, पूर्व पाषज़्द अशोक पटेल, नगर निगम सहायक यंत्री बीएस बुन्देला, उपयंत्री अभिनव चतुर्वेदी, अमित चतुर्वेदी, जगजीवन द्विवेदी सहित अन्य मौजूद रहे।
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nविसर्जन व्यवस्था बाबा घाट से हटाए जाने पर निगम आयुक्त संस्कृति जैन ने कहा है कि नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल की गाइडलाइन को ध्यान में रखते हुए बाबा घाट में विजर्सन को रोका गया है। दो प्रमुख स्थानों पर प्रशासन की ओर से विशेष सुविधाएं उपलब्ध कराई जा रही हैं, जहां पर लोग प्रतिमाओं का विसर्जन कर सकेंगे।
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