Thursday, September 19

 

रीवा। जिले के त्योथर क्षेत्र के मनिका गांव में बोरवेल में गिरा 6 वर्षीय बालक मयंक आखिरकार जिंदगी की जंग हार गया और हजारों लोगों की दुआएं बेकाम हो गई। करीब 38 घंटे से अधिक समय तक चले रेस्क्यू ऑपरेशन में लंबी जद्दोजहद के बाद मयंक के पार्थिव शरीर को बाहर निकाला गया। यह रेस्क्यू ऑपरेशन तीसरे दिन पूरा हुआ।
हालांकि उसे एनडीआरफ के सदस्यों द्वारा निकाले जाने के तत्काल बाद मौके पर मौजूद एम्बुलेंस के चिकित्सकों के सामने लाया गया, जहां पर परीक्षण के बाद उसे मृत घोषित कर दिया गया।

आसपास के बड़ी संख्या में लोग मयंक की सलामती की दुआ कर रहे थे और वह भी उसके सुरक्षित बाहर निकाले जाने की प्रतीक्षा में वहीं पर खड़े रहे। इस पूरे रेस्क्यू ऑपरेशन में कलेक्टर प्रतिभा पाल, एसपी विवेक सिंह, जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी सौरभ सोनवड़े, ई गवर्नेंस के अधिकारी आशीष दुबे सहित अन्य पूरे रेस्क्यू के समय मौके पर ही मौजूद रहे। क्षेत्रीय विधायक सिद्धार्थ तिवारी राज भी लंबे समय तक मौजूद रहे।


रेस्क्यू ऑपरेशन में देरी से टूटने लगी थी उम्मीद

रेस्क्यू ऑपरेशन में देरी लगने की वजह से दोपहर बाद से ही लोगों की उम्मीदें टूटने लगी थी, फिर भी भरोसा था कि हो सकता है कि बच्चा सकुशल वापस निकाला जा सके। एनडीआरएफ की टीम का कार्य भी कई बार अवरुद्ध हुआ। यहां पर पथरीली और ककरीली मिट्टी मिलने के चलते खुदाई का कार्य प्रभावित हुआ तो वहीं पानी मिलने के कारण कुछ देर के लिए रेस्क्यू को रोकना भी पड़ा।
पानी निकालने के बाद रेस्क्यू दोबारा शुरू हुआ तो जो टनल बनाई गई वह सही दिशा में नहीं होने के चलते बोरवेल से दूर चली गई। इस कारण दोबारा फिर काम शुरू किया गया जिसमें करीब 4 घंटे से अधिक का समय लगा और जैसे-जैसे समय बढ़ता गया मयंक की सांसों के साथ ही लोगों की उम्मीदें भी टूटती गई।

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