Rewa_Singrauli Rail  line
रीवा-सिंगरौली रेललाइन में रीवा से गोविंदगढ़ तक रेल लाइन का कार्य पूरा होने के बाद रेलवे के संरक्षा आयुक्त के साथ डीआरएम और निर्माण से जुड़े कई अधिकारियों ने निरीक्षण किया। रीवा रेलवे स्टेशन से निरीक्षण प्रारंभ हुआ जो गोविंदगढ़ तक चला। स्पेशल सैलून से आए अधिकारियों ने कई स्थानों पर रुक कर तकनीकी एवं अन्य सुरक्षा से जुड़ी जानकारी हासिल की। निरीक्षण की सबसे बड़ी चुनौती गोविंदगढ़ स्टेशन की थी, जहां पर किसान धरना दे रहे हैं।

बीते सप्ताहभर से आमरण अनशन भी शुरू कर रखा है। किसानों के इस धरना-प्रदर्शन के चलते निरीक्षण के दौरान किसी तरह का उपद्रव नहीं हो, इसके लिए जिला दंडाधिकारी ने धारा १४४ लागू कर दिया था। इस वजह से बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया था। गोविंदगढ़ स्टेशन तक पहुंचने के मार्गों पर बेरिकेडिंग की गई थी। साथ ही वहां पर पुलिस बल तैनात किया गया था। इस मार्ग से किसानों को प्रवेश ही नहीं दिया गया। जिसके चलते स्टेशन परिसर में धरना स्थल पर अधिक संख्या में किसान एक जुट नहीं हो पाए। इस दौरान अधिकारियों ने रेल पटरियों की सुरक्षा के लिए निर्धारित मानकों के अनुसार परीक्षण किया।

संरक्षा आयुक्त ने कई जगहों पर अपने सामने ही रेल पटरियों की नापजोख कराई। रीवा से गोविंदगढ़ के बीच 20 किलोमीटर नई रेल लाइन का निरीक्षण करने से पहले रेल संरक्षा आयुक्त मध्य वृत्त मुम्बई मनोज अरोरा द्वारा संरक्षा की दृष्टि से सघन निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के दौरान रेल संरक्षा आयुक्त ने इस रेल खंड पर संरक्षा एवं सुरक्षा से जुड़े संसाधनों, ओएचईलाइन, सम्बद्ध उपकरण तथा सिग्नलिंग आदि का विस्तार से निरीक्षण किया एवं उनकी कार्य क्षमता को परखा।

इस दौरान सीआरएस के साथ पमरे मुख्यालय से मुख्य प्रशासनिक अधिकारी (निर्माण) मनोज कुमार अग्रवाल, मंडल रेल प्रबंधक विवेक शील, वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक राजेश शर्मा, वरिष्ठ मंडल इंजीनियर (समन्वय) जयप्रकाश सिंह, वरिष्ठ मंडल परिचालन प्रबंधक (संचालन) प्रिंस विक्रम, सीनियर डीएसटीइ विवेक गुप्ता, सीनियर डीएससी अरुण त्रिपाठी, डिप्टीसीई ब्रिज लाइन एमएल जैन एवं अन्य अधिकारी और कर्मचारी मौजूद रहे।

– निरीक्षण के दौरान इन कार्यों को देखा
नई रेल लाइन के कार्य की प्रगति देखने सीआरएस मनोज अरोरा स्पेशल ट्रेन से रीवा पहुंचने के बाद रीवा से गोविंदगढ़ का मोटर ट्रॉली से निरीक्षण किया। जिसमें पॉइंट नंबर 150 बी एवं रेलवे क्रॉसिंग तथा पॉइंट नंबर 130 बी का निरीक्षण करते हुए स्लीपर स्पेसिंग गैप, रेलवे ट्रैक, ब्रिज एवं उसकी मैपिंग को देखा। रेलवे ब्रिज के स्पान एवं सिलपरा स्टेशन के क्रॉसओवर, टर्न आउट, क्रॉसिंग, चेक रेल, टर्नआउट गेज और रेलखण्ड पर बने लेवल क्रासिंगों का निरीक्षण किया। गोविंदगढ़ स्टेशन की क्रॉसओवर, टर्नआउट, क्रॉसिंग, गेज, हाउसिंग का निरीक्षण करते हुए गोविंदगढ़ स्टेशन का भी निरीक्षण किया। गोविंदगढ़ से रीवा रेल लाइन का स्पीड ट्रायल भी किया गया।

किसान निरीक्षण के दौरान करते नारेबाजी
जिस दौरान रेलवे के अधिकारी निरीक्षण कर रहे थे, उसी दौरान गोविंदगढ़ स्टेशन में धरना दे रहे किसान नारेबाजी भी कर रहे थे। इनकी मांग भूमि अधिग्रहण के बदले मुआवजा के साथ नौकरी देने की है। इस दौरान में जिला पंचायत सदस्य लालमणि त्रिपाठी, शिवसेना के विवेक पांडेय, विकास अग्निहोत्री, रामायण शर्मा, राजेंद्र शर्मा, त्रयंबकेश्वर पांडेय, रमेश शुक्ला, सुशील सिंह, रणजीत सिंह बडख़रा, आशा सिंह, लीला देवी पांडेय, रईस पांडेय, हीरा सिंह, प्रवीण पांडेय सीधी, राघवेंद्र मिश्रा के साथ ही पन्ना एवं सतना सहित अन्य जिलों के भी कई किसान मौजूद रहे। बड़ी संख्या में किसान स्टेशन परिसर के आसपास ही रोके गए।
—-

रेलवे का कोई भी नया रूट निर्मित होता है तो संरक्षा आयुक्त सुरक्षा से जुड़े मानकों का निरीक्षण करते हैं। इसी सिलसिले में हमने रीवा से गोविंदगढ़ तक का निरीक्षण किया है। जहां कुछ काम होना है वहां अधिकारियों को बताया गया है। किसानों के धरना-प्रदर्शन का मामला हमारे अधिकार क्षेत्र का विषय नहीं है। हमारे पास जानकारी आने पर संबंधित अधिकारी को मैं सूचित कर सकता हूं।
मनोज अरोरा, संरक्षा आयुक्त मध्य क्षेत्र मुंबई
—-

किसान शांतिपूर्ण आमरण अनशन कर रहे हैं। किसी तरह की हिंसा का हमारा उद्देश्य नहीं है। हम नौकरी की मांग कर रहे हैं, इसे पूरी कर दे रेलवे तो तत्काल हट जाएंगे। धारा १४४ हो या फिर अन्य बल प्रयोग के दम पर किसानों की आवाज को दबाया नहीं जा सकता। दूसरे जिलों से आए किसानों को धरना स्थल तक नहीं पहुंचने दिया जा रहा है। प्रशासन का यह कदम उचित नहीं है।
महेन्द्र पांडेय, संयोजक रेलवे संघर्ष समिति गोविंदगढ़

Share.
Leave A Reply