रीवा। सोहागी पहाड़ में भूस्खलन का खतरा है। आए दिन यहां पर पहाड़ टूटकर नीचे गिर रहा है जिससे किसी भी दिन बड़ा हादसा हो सकता है। करीब आधा सैकड़ा के लगभग ऐसे स्थान है जहां पर भूस्खलन का खतरा है। हालांकि इन्हें व्यवस्थित करवाने की दिशा में अभी तक प्रयास नहीं किया गया है। रीवा प्रयागराज हाइवे में स्थित सोहागी पहाड़ में भूस्खलन से स्थानीय लोग दहशत में है।
फोरलेन हाइवे का निर्माण पहाड़ को काटकर किया गया है जिसके बाद से ही यहां पर भूस्खलन हो रहा है। इस पहाड़ में बड़ी मात्रा में छुही है जिसका उत्खनन स्थानीय लोग करते है। इसका इस्तमाल घरों में किया जाता है। बोरियों में भरकर उसकी बिक्री गांवों में करते है।
खुदाई की वजह से पहाड़ के कई स्थानों में गुफा बन गई है। करीब 40 स्थान चिंहित किये गये है जहां पर खुदाई की वजह से भूस्खलन का खतरा बढ़ गया है। प्रतिदिन बड़ी संख्या में लोग पहाड़ से छुही निकालते है। हालांकि अभी तक इन स्थानों को व्यवस्थित करवाने की दिशा में प्रशासन गंभीर नजर नहीं आ रहा है जिसकी वजह से आए दिन पहाड़ में भूस्खलन हो रहा है। शायद अधिकारी भी किसी बड़े हादसे का इंतजार कर रहे है।
बरसात के मौसम में बढ़ गया है खतरा
बरसात के मौसम में पहाड़ के टूटने का खतरा बढ़ गया है। बारिश के बाद पहाड़ की मिट्टी गीली हो जाती है और पत्थरों के टूटने का खतरा बढ़ जाता है। छुृही उत्खनन के चलते पत्थरों के आसपास की मिट्टी निकाल दी गई है जिसकी वजह से यहां पर भूस्खलन हो रहा है।
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डेढ़ माह में तीन बार भूस्खलन
सोहागी पहाड़ में डेढ़ माह के भीतर ही तीन बार भूस्खलन हो चुका है। पहाड़ टूटकर हाइवे में गिर चुका है। अभी भी यह खतरा पहाड़ में बना हुआ है। दो दिन पूर्व ही एक बड़ी चट्टान टूटकर सीधे हाइवे में आकर गिरी थी। उस समय बाइक सवार वहां से गुजर रहे थे जो बड़े हादसे का शिकार होने से बाल-बाल बच गए थे।
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सोहागी पहाड़ में भूस्खलन की घटनाएं सामने आ रही है जिसको संज्ञान में लेकर पंचायत स्तर पर आदेश जारी किये गये है। जहां भी ऐसे स्थान है उनको मशीनों की मदद से बराबर कराया जायेगा। जो लोग भी पहाड़ में अनाधिकृत रूप से उत्खनन करते पाए जायेंगे उनके खिलाफ वैधानिक कार्रवाई की जायेगी।
राहुल पाण्डेय, सीईओ जनपद त्योंथर