Thursday, September 19

मऊगंज। मध्यप्रदेश के नवगठित मऊगंज जिले की पुलिस पर ब्राह्मण समाज के युवक ने गंभीर आरोप लगाया है। जिसमें कहा गया है कि युवक को ब्राह्मण होने की वजह से प्रताड़ित किया गया है।
इस घटना के चलते हैं सामाजिक संगठनों के लोगों ने विरोध दर्ज कराया है और आरोप लगाया है कि जिले में सक्रिय शराब माफिया को संरक्षण देने वाले पुलिसकर्मियों ने शारीरिक और मानसिक रूप से प्रताड़ित किया है। इसकी शिकायत रीवा जोन के पुलिस महानिरीक्षक के साथ ही अन्य वरिष्ठ अधिकारियों को भी दी गई है।

अगस्त क्रांति मंच के संयोजक कुंजबिहारी तिवारी ने कहा कि शाहपुर थाने की पुलिस ने जो अमानवीय कृत्य किया है। इसकी जितनी कठोर सजा दी जाए कम है। एक हिंदू की पहचान उसकी चोटी है। एक ब्राह्मण की पहचान उसकी चोटी है। पुलिस ने पूरी चोटी उखाड़ ली है। शराब माफिया के रहमों करम पर और उनके इशारे पर पुलिस इतनी अंधी हो गई है की कानून और संविधान को भूल गई है ।
पहाड़ी में शराब माफिया द्वारा जो हत्या की गई इसका विरोध करना एक ब्राह्मण लड़के नरेंद्र मिश्र को इतना भारी पड़ा की बरबर्ता से पीटा गया और उनकी छोटी तक उखाड़ ली गई । आखिर किस कानून में है कि एक हिंदू की चोटी उखाड़ ली जाए ।अगर एक हफ्ते मे जिम्मेदार अधिकारियों के उपर एफआईआर दर्ज नहीं हुआ तो अगस्त क्रांति मंच करेगा आमरण अनशन।

सुनिए. पीड़ित व्यक्ति की जुबानी

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