रीवा। कांग्रेस से भाजपा में आकर पहली बार विधायक बने दो नेताओं के बीच मची खींचतान अब खुलकर सामने आ गई है। अल्प प्रवास पर रीवा पहुंचे मुख्यमंत्री मोहन यादव के साथ वीडियो कांफ्रेंसिंग में शामिल हुए मनगवां के विधायक नरेन्द्र प्रजापति ने एक फोटो सोशल मीडिया पर पोस्ट किया, जिसके बाद बवाल मच गया है। बैठक में मौजूद रहे त्योंथर के विधायक सिद्धार्थ तिवारी का चेहरा हटाकर मनगवां विधायक ने पोस्ट किया है। जिसके बाद सोशल मीडिया पर लोग जमकर चुटकी ले रहे हैं। साथ ही सिद्धार्थ तिवारी के समर्थक भी अपनी भड़ास निकाल रहे हैं। इस मामले में विवाद बढ़ते देख फोटो पोस्ट करने वाले विधायक सफाई देते फिर रहे हैं। वहीं कांग्रेस एवं दूसरे दलों के नेताओं ने कहा है कि भाजपा में अब कई गुट हैं, उसी का नतीजा है कि एक विधायक अपने साथ दूसरे विधायक को फोटो पर भी स्वीकार करने को तैयार नहीं है।
रीवा एयरपोर्ट में मुख्यमंत्री ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए शहडोल के उद्योगपतियों के साथ बीती रात संवाद किया था। उस दौरान उप मुख्यमंत्री राजेन्द्र शुक्ला, सांसद जनार्दन मिश्रा, त्योंथर विधायक सिद्धार्थ तिवारी, मनगवां विधायक नरेन्द्र प्रजापति, जिला पंचायत अध्यक्ष नीता कोल सहित अधिकारी मौजूद रहे। इसी का फोटो विधायक नरेन्द्र प्रजापति ने सोशल मीडिया में पोस्ट किया और फोटो से त्योंथर विधायक सिद्धार्थ तिवारी को हटाने का प्रयास करते हुए उनके स्थान पर सफेद रंग करते हुए फोटो पोस्ट किया।
त्योंथर विधायक सिद्धार्थ तिवारी के समर्थकों ने सोशल मीडिया पर जमकर भड़ास निकाली है। कुछ ने तो मनगवां विधायक के लिए अपशब्दों का भी प्रयोग किया है। कइयों ने पुतला दहन करने का दावा किया है। नगर निगम में भाजपा समर्थित पार्षद स्वतंत्र शर्मा ने सोशल मीडिया पर आक्रोश जाहिर करते हुए बिना किसी का नाम लिए लिखा है कि ऐसे लोगों को जूता मारने वालों को इनाम दिया जाएगा। बता दें कि सिद्धार्थ तिवारी जब कांग्रेस में थे तो नरेन्द्र भी उनके परिवार से जुड़े रहे हैं। अब दोनों भाजपा में हैं लेकिन बीते कुछ समय से दोनों के बीच तालमेल नजर नहीं आ रहा है।
– भाजपा संगठन के पास भेजी शिकायत
विधायक सिद्धार्थ तिवारी के समर्थकों ने कहा है कि मनगवां विधायक के रवैए की जानकारी भाजपा के प्रदेश संगठन को दी गई है। जिसमें कहा गया है कि इसके पहले भी वह इस तरह से गुटबाजी दिखाने का प्रयास करते रहे हैं। उन पर अनुशासनात्मक कार्रवाई की मांग उठाई गई है।

सिद्धार्थ पहले भी पार्टी नेताओं के टारगेट में रहे
कांग्रेस से भाजपा में आए सिद्धार्थ तिवारी को पार्टी के भीतर लगातार टारगेट किया जाता रहा है। सांसद जनार्दन मिश्रा ने तो खुलकर कई आरोप भी लगाए थे। त्योंथर के पूर्व विधायक श्यामलाल द्विवेदी सहित कई अन्य नेताओं ने सिद्धार्थ पर निशाना साधा है। कुछ समय पहले शहर के एक मजार को हटाने की मांग उठाने पर भी भाजपा के कई नेताओं ने सिद्धार्थ तिवारी की मुखालफत की थी।

मुख्यमंत्री की बैठक से जुड़ी फोटो किसी समर्थक ने दिया तो उसे सीधे पोस्ट कर दिया है। जानबूझ कर एडिट नहीं किया गया है। सिद्धार्थ तिवारी और उनके परिवार से हमारा व्यक्तिगत संबंध कई वर्षों से पुराना रहा है। वर्तमान में वह हमारी पार्टी के नेता हैं। अब फोटो सार्वजनिक हो गई है तो उसे डिलीट करने या नहीं करने का कोई मतलब नहीं है। इसमें कोई गुटबाजी नहीं देखी जाए बल्कि यह मानवीय चूक है।
नरेन्द्र प्रजापति, विधायक मनगवां
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क्षेत्र के कामकाज की व्यस्तता के चलते हमारे संज्ञान में यह मामला नहीं आया है। यह हमारा विषय भी नहीं है कि कौन क्या पोस्ट कर रहा है। किसी ने यदि संबंधित पोस्ट पर आपत्ति दर्ज कराई है तो उनकी अपनी भावनाएं हैं। फिलहाल पूरे घटनाक्रम की जानकारी नहीं है।
सिद्धार्थ तिवारी, विधायक त्योंथर

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