Friday, February 7

सीधी. जिले के मझौली में कई आदिवासी महिला, युवती और छात्राओं से सीरियल दुष्कर्म का मामला सामने आया है। तीन साल पहले तक जबलपुर की स्टील फैक्ट्री में काम करने के बाद अमरवाह के बृजेश (30) पिता ददुल्ला प्रजापति ने दुष्कर्म की पटकथा लिखी। YouTube पर आवाज बदलने वाले मैजिक ऐप (Magic App) की जानकारी ली। फिर महिलाएं-युवतियां और छात्राओं को ऐप के जरिए आवाज बदलकर फोन करता था। उन्हें किसी सरकारी योजना का लाभ देने का झांसा देकर दस्तावेजों की खानापूर्ति के लिए शाम को बुलाता और जंगल में दुष्कर्म करता था। इस दौरान वह चेहरा ढंके रखता था।

पीड़िताओं ने उसके हाथ पर जले निशान बताए तो आरोपी पुलिस के हत्थे चढ़ा। पुलिस को अब तक दुष्कर्म के तीन और एक दुष्कर्म के प्रयास की शिकायतें मिली हैं। बृजेश को चार साथियों के साथ गिरफ्तार किया है। उससे लूटे 23 मोबाइल जब्त हुए हैं। इसमें 90% फोन महिलाएं-लड़कियों के हैं। बृजेश ने 7 वारदातें कबूली हैं। पुलिस का कहना है, लूटे मोबाइल से पता चलता है कि पीड़िताओं की संख्या 25 से ज्यादा हो सकती है। घटना को मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने गंभीरता से लिया है। उन्होंने नौ सदस्यीय एसआइटी बनाई है। इसकी कमान महिला डीएसपी रोशनी सिंह ठाकुर को दी है। सीएम ने 7-7 दिन में स्टेटस रिपोर्ट तलब की है। मामले में पॉक्सो एक्ट में कार्रवाई होगी। रीवा रेंज के आइजी महेंद्र सिंह सिकरवार ने बताया, मुख्य आरोपी ने सात घटनाएं कबूल ली हैं।

सीधी रेप केस : घटना का खुलासा करते आईजी महेन्द्र सिंह एवं अन्य..
घटना का खुलासा करते आईजी महेन्द्र सिंह एवं अन्य..

मोबाइल बेचने को रखे थे तीन साथी

जब्त 23 मोबाइल के साथ अपराध से संबंधित चार मोबाइल भी जब्त किए गए हैं। आरोपी लूटे गए मोबाइल मड़वास के संदीप (21) पिता वंशगोपाल प्रजापति, राहुल (24) पिता वंशगोपाल प्रजापति, लवकुश (23) पिता मंगल प्रजापति की मदद से बेचता था। उक्त तीनों को भी पुलिस ने सह-आरोपी बनाया है।

मैडम बनकर करता था फोन

बृजेश अर्चना मैडम बनकर महिला की आवाज में छात्राओं व युवतियों को फोन करता। वह छात्रा को छात्रवृत्ति, युवतियों को आवास तो महिलाओं को दूसरी योजना का लाभ देने का लालच देता। छात्राओं से कहता, वह घर में है और बेटे को उसे लेने बाइक से भेज रही है। सभी से पूछता वे कहां तक आ सकती हैं, इसके आगे बाद बेटा ले आएगा।

जंगल को बना रखा था ठिया

पीड़िताओं के तय स्थान तक पहुंचने के बाद बाइक लेकर आरोपी का साथी हेलमेट और ग्लब्स पहनकर पहुंचता। वह जंगल के रास्ते ले जाता था। विरोध पर वह कहता था यह शॉटकर्ट है। सभी को अकला गांव के कछरिया टोला में ले जाता। मेन रोड से 14 किमी अंदर जंगल में जर्जर भवन में युवती से 4-5 बार दुष्कर्म करता था।

चचेरी बहनों को एक साथ बनाया शिकार

आरोपी ने एक युवती को फोन पर कहा, वह 18 साल की हो गई है। अब पैसा मिलेगा। दस्तावेज सत्यापन कराए। युवती चचेरी नाबालिग बहन के साथ गई। दोनों से कई बार दुष्कर्म किया। पीड़िताएं दूसरे दिन घर पहुंचीं।

 

युवतियों से दुष्कर्म के मुख्य आरोपी बृजेश प्रजापति के मकान पर शनिवार शाम प्रशासन ने बुलडोजर चलवाकर धराशायी करवा दिया। अपर कलेक्टर राजेश शाही के नेतृत्व में पुलिस बल के साथ राजस्व अमला आरोपी के ग्राम नौगवां दर्शन सिंह पहुंचा। वहां पाया कि आरोपी चार भाई हैं और घर में सभी का बंटवारा हो चुका है। आरोपी के हिस्से में 12 बाई 14 का कमरा था। राजस्व अमले ने नाप जोख में उसका कमरा नजूल की भूमि में होना पाया, जिसे बुलडोजर चलवाकर ध्वस्त कर दिया गया। इस दौरान बड़ी संख्या में ग्रामीण एकत्रित हो गए थे। कार्रवाई में संयुक्त कलेक्टर नीलेश शर्मा, एसडीएम गोपद बनास प्रिया पाठक, तहसीलदार जान्हवी शुक्ला सहित राजस्व अमला व पुलिस बल उपस्थित रहा।

ऐसे युवतियों को झांसे में लेने लगा: पुलिस के अनुसार आरोपी ने यूट्यूब में सर्च कर मैजिक ऐप से आवाज बदलना सीखा था। इसके बाद उसने अपने मोबाइल में मैजिक ऐप डाउनलोड कर महिला की आवाज में बात करने लगा और युवतियों को अपने झांसे में लेकर घटना को अंजाम देने लगा।

जिले में वॉइस चेंज एप्लीकेशन द्वारा आवाज बदलकर दुष्कर्म एवं लूट का मामला सामने आने के बाद राज्य सायबर पुलिस मुख्यालय ने अपराध से बचने एवं सचेत करने के लिए एडवायजरी जारी की है। उल्लेख किया है कि वर्तमान समय में कुछ प्रकरणों में देखने में आया है कि अपराधी वॉइस चेंजिंग एप्लिकेशन का दुरुपयोग कर खुद की आवाज को महिला की आवाज में बदलकर छात्राओं एवं महिलाओं को कॉल कर किसी बहाने से अज्ञात स्थान पर बुलाकर बलात्कार तथा लूट जैसे अपराधों को अंजाम दे रहे हैं। यदि कोई अंजान व्यक्ति आपको कॉल कर महिला, बुजुर्ग, बच्चों किसी की आवाज में किसी भी प्रकार का प्रलोभन देकर या डरा धमका कर आपको किसी अज्ञात स्थान पर बुलाने का प्रयास करे तो ऐसी किसी भी कॉल पर आप सतर्क हो जाएं। अपराधी ऐसे वॉइस चेंजिंग एप का इस्तेमाल कर आपको या आपके परिजन को किसी स्थान पर बुलाकर अपराध कारित कर सकते हैं। शारीरिक क्षति पहुंचना, अभद्र कार्य के लिए मजबूर करना जैसे पैसों की डिमांड करना इसमें शामिल है।

आदिवासी युवतियों के साथ सीरियल दुष्कर्म की घटना पर प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ.मोहन यादव ने भी संज्ञान लिया है। उन्होंने जांच के लिए एसआईटी का गठन करने के तत्काल निर्देश दिए, जिस पर आईजी रीवा रेंज ने एसआईटी का गठन किया है। इसमें पर्यवेक्षण अधिकारी रोशनी सिंह ठाकुर एसडीओपी कुसमी, एसआई दीपक बघेल थाना प्रभारी मझौली, एसआई प्रीती वर्मा, एसआई केदार परौहा, एसआई दिव्य प्रकाश त्रिपाठी सायबर सेल, प्रधान आरक्षक महेंद्र पाटले, आरक्षक विवेक द्विवेदी, महिला आरक्षक प्रतीक्षा तिवारी तथा आरक्षक प्रदीप मिश्रा सायबर सेल शामिल हैं।

टोल फ्री नंबर ध्यान रखें

यदि आपके साथ कोई भी सायबर अपराध या इस तरह का अपराध घटित होता है या आपको किसी तरह के सायबर अपराध की जानकारी मिलती है तो उसकी शिकायत अपने नजदीकी पुलिस थाने या सायबर ₹ाइम हेल्प लाइन टोल फ्री नंबर-1930 पर करें।

एक सप्ताह से पुलिस ने दबा रखा था मामला

वॉइस चेंज एप्लीकेशन द्वारा आवाज बदलकर युवतियों के साथ हो रहे दुष्कर्म एवं लूट के मामले को पुलिस द्वारा लगातार दबाया जा रहा था। पुलिस रिकॉर्ड के अनुसार घटना की पहली शिकायत 16 मई को मझौली थाने में हुई थी। उसके बाद 18 मई, 19 मई एवं 23 मई को शिकायत हुई। पुलिस ने अपराध दर्ज कर विवेचना शुरू की। सूत्रों की मानें तो आरोपियों को करीब एक सप्ताह पहले ही हिरासत में लिया जाकर पूछताछ शुरू कर दी गई थी। लेकिन, मीडिया से मामले को पूरी तरह दबाए रखा गया। विगत दिनों आईजी रीवा रेंज ने भी चुरहट थाने में आकर विवेचकों की इस मामले में बैठक ली थी। इसके बाद भी जानकारी देने से पुलिस पीछे हटती रही। विभागीय सूत्र बताते हैं कि विभाग के बड़े अधिकारी मामले की भनक नहीं लगने देने की पुलिस अधिकारियों एवं कर्मचारियों को सख्त हिदायत दी थी।

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