रीवा। मऊगंज जिला मुख्यालय से करीब 13 किलोमीटर दूर देवरा गांव में मंदिर की भूमि का अतिक्रमण हटाने को लेकर बवाल मच गया। इस दौरान भाजपा विधायक प्रदीप पटेल भी मौके पर पहुंचे और कहा कि प्रशासन इस पर कार्रवाई नहीं करेगा तो वह खुद अतिक्रमण हटाएंगे। विधायक ने जेसीबी बुलाकर मंदिर परिसर की भूमि पर बनी दीवार को तोड़वाना शुरू किया तो दूसरे पक्ष से लोग जमा हो गए और पथराव शुरू कर दिया। इस दौरान दोनों पक्षों से पत्थरबाजी की गई। बढ़ते बवाल को देखते हुए मौके पर पहुंचे कलेक्टर-एसपी ने विधायक प्रदीप पटेल को गिरफ्तार कर लिया गया। मऊगंज में पुलिस बल कम होने की वजह से रीवा से आईजी-डीआईजी सहित आधा सैकड़ा की संख्या में पुलिस बल मौके पर पहुंचा। विधायक को रीवा लाया गया और पुलिस लाइन स्थित सामुदायिक भवन में उन्हें नजरबंद कर देर रात तक रखा गया।
– आसू गैस के गोले छोड़कर स्थिति को किया नियंत्रित
मंदिर परिसर की भूमि पर अतिक्रमण कर बनाई गई दीवार को विधायक के कहने पर कुछ लोगों ने स्वयं हटाना शुरू किया। जिसके बाद दूसरे पक्ष के लोगों ने पत्थरबाजी शुरू कर दी। जिसकी वजह से बवाल मच गया, कई लोग पत्थर लगने की वजह से चोटिल भी हो गए। स्थिति को नियंत्रित करने के लिए आसू गैस के गोले छोड़े गए। जिसके बाद अफरा-तफरी मच गई। बाद में भीड़ वहां से हटने पर स्थिति सामान्य हुई।
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आगजनी भी की गई
अतिक्रमण हटाने की मांग कर रहे पक्ष के लोगों ने पत्थरबाजी के बाद गुस्सा दिखाते हुए कुछ स्थानों पर आगजनी भी कर दी। वहां पर धान का पुआल रखा था, जिस पर आग लगाने की वजह से और तनाव बढ़ा। हालांकि मौके पर मौजूद पुलिसकर्मियों ने वहां पर प्रदर्शन कर रहे लोगों को हटाया और आग बुझाया। इस आगजनी में कोई बड़ा नुकसान नहीं हुआ है।
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धारा 163 के तहत प्रतिबंध लगाया गया
क्षेत्र में बढ़ते तनाव को देखते हुए भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता 2023 की धारा 163 के तहत प्रतिबंधात्मक आदेश जारी किए गए हैं। जिसमें हनुमना तहसील के देवरा(महादेवन) क्षेत्र में यह प्रतिबंध प्रभावी होगा। इस दौरान अस्त्र-शस्त्र लेकर चलना प्रतिबंधित रहेगा। लाठी-डंडा,बल्ला-हाकी, धारदार हथियार और विस्फोटक सामग्री भी लेकर चलना प्रतिबंधित किया गया है। मंदिर के पास अतिक्रमण स्थल पर चार से अधिक लोग एक साथ नहीं चल पाएंगे। इस प्रतिबंध से बीमारी और छात्रों की पढ़ाई को छूट दिया गया है।
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हिन्दू संगठन द्वारा किया जा रहा था प्रदर्शन
देवरा के महादेवन मंदिर की करीब नौ एकड़ भूमि है। जिसके बड़े हिस्से में दूसरे समुदाय के लोगों ने अतिक्रमण कर मकान बना रखा है। मंदिर के पास से ही दीवार खड़ी कर ली है। इसे हटाने की मांग को लेकर हिन्दूवादी संगठन के संतोष तिवारी सहित कई लोग मंदिर परिसर में धरना दे रहे थे। विवाद उस समय बढ़ा जब संतोष तिवारी ने खुद गैती लेकर दीवार को तोडऩे का काम शुरू कर दिया। दूसरे पक्ष के लोग भी बड़ी संख्या में पहुंचे और पत्थरबाजी शुरू कर दी। पुलिस ने मामले को शांत कराया। इसी बीच विधायक प्रदीप पटेल भी पहुंच गए और कहा कि प्रशासन अतिक्रमणकारियों से मिला है, इस लिए खुद हटाओ। मौके पर जेसीबी बुलाई गई और दीवार तोडऩे की शुरुआत हुई, इसी दौरान दूसरे पक्ष ने पत्थरबाजी शुरू कर दी। बढ़ते बवाल को देखते हुए विधायक को गिरफ्तार कर वहां से हटाया गया। बताया गया है कि कुछ महीने पहले भी धरना दिया गया था, जिस पर एसडीएम ने अतिक्रमण हटाने का निर्देश दिया था। इस आदेश के विरोध में दूसरा पक्ष हाईकोर्ट चला गया है। इस वजह से प्रशासन भी कार्रवाई से पीछे हट रहा है।
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- मंदिर की भूमि पर अतिक्रमण है, जिसे हटाने दो महीने का आश्वासन प्रशासन ने दिया था। चार महीने बाद भी नहीं हटा तो लोगों में आक्रोश है। दूसरे पक्ष से पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे लगाए जा रहे हैं। भारत में इस तरह के नारे बर्दाश्त नहीं किए जा सकते। अतिक्रमणकारियों ने पत्थरबाजी कर कई लोगों को जख्मी कर दिया है। हमें गिरफ्तार कर नजरबंद कर लिया गया है।
प्रदीप पटेल, विधायक मऊगंज
—————–स्थिति तनावपूर्ण बन रही थी लेकिन मौके पर पुलिस बल मौजूद होने की वजह से मामले को सुलझा लिया गया है। दोनों पक्षों से करीब ३० लोगों को हिरासत में लिया गया है। निगरानी के लिए गांव में पुलिस बल लगाया गया है। स्थिति अब पूरी तरह से नियंत्रण में है।
एमएस शिकरवार, आईजी रीवा