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Exam center canceled after cheating video went viral

रीवा। भोज मुक्त विश्वविद्यालय द्वारा आयोजित की जा रही परीक्षा में खुले तौर पर नकल किए जाने का वीडियो वायरल होने के मामले में जांच शुरू…

बोर्ड परीक्षा से पहले पेपर बेचने के दलाल सक्रिय

रीवा। बोर्ड परीक्षाओं के पहले एक बार फिर दलालों का गिरोह सक्रिय हो गया है। सोशल मीडिया पर छात्रों को आकर्षित करने के लिए पेपर लीक…

Sainik school Rewa. सैनिक स्कूल में अनुशासनहीनता पर बड़ी कार्रवाई की गई है। कक्षा 12वीं के 72 छात्रों को स्कूल प्रबंधन ने एक साथ निलंबित कर दिया…

इंजीनियरिंग कालेज के छात्रों ने किया नया प्रयोग

रीवा। शासकीय इंजीनियरिंग कॉलेज के छात्रों ने एक बार फिर नवाचार करते हुए प्रोजेक्ट तैयार किया है। छात्रों ने स्मार्ट ब्लाइंड स्टिक बनाई है जो दृष्टिबाधित…

रीवा। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ पर प्रतिबंध लगाए जाने की मांग कर रहे एनएसयूआई के कार्यकर्ताओं को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। एक दिन पहले शहर में आरएसएस बैन के पोस्टर चस्पा करने वाले तीन कार्यकर्ताओं को जेल भेज दिया गया है। जमानत के लिए दस्तावेज लेकर कांग्रेस के नेता पहुंचे थे लेकिन जमानत नहीं दी गई। वहीं कई अन्य कार्यकर्ताओं को कई घंटे तक हिरासत में रखने के बाद देर शाम छोड़ दिया गया है। शहर के कॉलेज चौराहे में एनएसयूआई कार्यकर्ताओं द्वारा नुक्कड़ सभा आयोजित की जा रही थी। इसी दौरान सिविल लाइन थाने की पुलिस पहुंची और कार्यकर्ताओं को हिरासत में ले लिया। सभी को पुलिस कंट्रोल रूम ले जाया गया। इसकी खबर मिलते ही कांग्रेस के जिला अध्यक्ष राजेन्द्र शर्मा, कविता पांडेय, गिरीश सिंह, मनीष नामदेव, अनूप सिंह चंदेल सहित अन्य नेता पहुंचे और पुलिस अधिकारियों से गिरफ्तारी का कारण पूछा। पुलिस के अधिकारी अधिक जानकारी नहीं दे पाए और कहा कि शांति व्यवस्था के तहत हिरासत में लिया गया। एनएसयूआई के पूर्व अध्यक्ष अनूप सिंह चंदेल ने कहा है कि भाजपा के इशारे पर पुलिस बल ने एनएसयूआई के कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया है। लोकतंत्र में शांतिपूर्ण तरीके से अपनी मांगें रखने के लिए हर कोई स्वतंत्र है। इस दौरान एनएसयूआई के प्रदेश सचिव रविसुमित सिंह, अभिराज बौद्ध, कुंदन साकेत पर 170 बीएनएसएस के तहत गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है। मुचलके पर छोडऩे से पुलिस ने इंकार कर दिया। कालेज चौराहे से हिरासत में लिए गए एनएसयूआई जिला अध्यक्ष पंकज उपाध्याय, निकिता शर्मा, अजय सिंह, अर्पित तिवारी, संजीव द्विवेदी, बलराम तिवारी, नितकर्ष मिश्रा, आशु मिश्रा, सानुराग सिंह, वेदनारायण तिवारी, प्रांशु द्विवेदी, अमन द्विवेदी, कुंदन वर्मा, निखिल प्रताप सिंह, मोहित शुक्ला, आशु अग्निहोत्री, शिवम त्रिपाठी, अनिकेत प्याशी, अर्पण तिवारी, जितेंद्र गौतम,संजू कुशवाहा आदि को देर शाम छोड़ा गया। इस घटना को पूर्व एनएसयूआई अध्यक्ष अनुपम तिवारी ने सरकार की तानाशाही बताया है। --- लोकतंत्र में आवाज दबाना चाहती है सरकार कांग्रेस जिला अध्यक्ष राजेन्द्र शर्मा ने कहा है कि लोकतंत्र में सार्वजनिक तौर पर आवाज उठाने का अधिकार सभी को है। एक संगठन को प्रतिबंधित करने की मांग कर रहे कार्यकर्ताओं के साथ मारपीट कर गिरफ्तार करना और जेल भेजना निंदनीय है। यह सत्ता का पूरी तरह से दुरुपयोग है। वहीं कविता पांडेय ने कहा कि सत्याग्रह हमारा मौलिक अधिकार है, इसे भाजपा की सरकार नहीं छीन सकती।

रीवा। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ पर प्रतिबंध लगाए जाने की मांग कर रहे एनएसयूआई के कार्यकर्ताओं को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। एक दिन पहले शहर…

रीवा। शासकीय इंजीनियरिंग कालेज के सिविल ब्रांच के छात्रों ने पानी शोधन स्वाद मॉडल विकसित किया है। छात्रों ने कबाड़ और रिसाइकल्ड पदार्थों से आधी लागत में पानी से पेस्टीसाइड, कार्सिनोजेनिक मेटल और वीओसी हटाने वाला स्मार्ट सेंसर युक्त वाटर प्युरीफायर तैयार किया है। रीवा इंजीनियरिंग कॉलेज के सिविल विभाग में तृतीय वर्ष में अध्यनरत छात्रों के समूह द्वारा स्मार्ट वाटर एक्विटल अपैरल्स डेवलपमेंट नामक माडल विकसित किया है। इस आधुनिक वर्किंग मॉडल का सिविल इंजीनियरिंग विभाग में कालेज के प्राचार्य डॉ. बीके अग्रवाल, विभागाध्यक्ष डॉ. आरपी तिवारी, वरिष्ठ प्राध्यापक डॉ. डीके सिंह सहित अन्य प्राध्यापकों की मौजूदगी में लोकार्पित किया गया। प्राचार्य ने कहा कि पीने के पानी की शुद्धता मनुष्य की मूलभूत आवश्यकताओं में से एक है किंतु निरंतर बढ़ते शहरी व औद्योगिक प्रदूषण एवं कृषि में ज्यादा पेस्टीसाइड के उपयोग के कारण सतही और भूगर्भ जल दिनोंदिन दूषित हो रहा है। इसमें विषाक्त तत्वों तथा कैंसरकारी धातु अधातुओं की अधिकता होने से पानी जनित बीमारियां भी बढ़ रही हैं। इसी समस्या के समाधान के लिए कालेज के सिविल विभाग के छात्रों द्वारा बनाया गया यह अनोखा मॉडल परंपरागत आरओ एवं वाटर प्यूरीफायर की तुलना में उन्नत तथा रिसाइकिल्ड पदार्थों जिसमें फाइन ग्लास फाइबर, कार्बन ग्रेन्यूल्स एवं हवा शुद्ध करने में उपयोग होने वाले आधुनिक हेपा फिल्टर के जैसे पदार्थों का उपयोग करता है। जिससे यह पानी में मौजूद विषैले पेस्टीसाइड, कैंसरकारी धातु और अधातुओं के अवशेष,वास्पशील कार्बनिक यौगिकों, अनचाहे रंग तथा ऑडर एवं फ्री क्लोरीन को उच्च दक्षता में हटाता है। इस मॉडल की खूबी यह है कि इसे परंपरागत वाटर प्यूरीफायर की लगभग आधी कीमत में विकसित किया गया है साथ ही यह शुद्ध किए गए पानी का रियल टाइम में टीडीएस व तापमान डिजिटली प्रदर्शित करता है। हाल ही में मनाए गए तीन दिवसीय हीरक जयंती उत्सव की टेकफेस्ट प्रदर्शनी में भी इसे लगाया गया था। - इन छात्रों ने किया है तैयार यह मॉडल सिविल विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ आरपी तिवारी के निर्देशन तथा प्रो रजनीश चतुर्वेदी के तकनीकी समन्वयन में सिविल ब्रांच के पांचवें सेमेस्टर के छात्रों अंश श्रीवास्तव , वेदप्रकाश विश्वकर्मा, गिरीश रजक, अभिजीत त्रिपाठी, शिवानी सेन, पूजा सिंह, स्वेता तिवारी, नित्य सोहगौरा, निखिल मिश्रा, सेजल झंझोट एवं निशांत द्विवेदी की टीम द्वारा विकसित किया गया। विभाग में इसके सुचारू इंस्टालेशन में प्राध्यापक डॉ डीके जैन, भारत पेंसनर न्यास के अध्यक्ष एसबी परिहार तथा विभाग के स्किल असिस्टेंट कुशेंद्र मिश्र ने विशेष सहायता प्रदान की है। ----------

रीवा। शासकीय इंजीनियरिंग कालेज के सिविल ब्रांच के छात्रों ने पानी शोधन स्वाद मॉडल विकसित किया है। छात्रों ने कबाड़ और रिसाइकल्ड पदार्थों से आधी लागत…