Ayush Insurance : केंद्र सरकार ने लोगों को सस्ती आयुष चिकित्सा उपलब्ध कराने की तैयारियां शुरू कर दी हैं। देश के सरकारी और प्राइवेट अस्पतालों को आयुष बीमा के लिए सूचीबद्ध किया जाएगा। इसके तहत पंचकर्म से लेकर नेचुरोपैथी तक का लाभ मिल सकेगा। केंद्रीय आयुष मंत्रालय ने 27 मई को दिल्ली के अखिल भारतीय आयुर्वेद संस्थान (एआईआईए) में बीमा कंपनियों के सीईओ और आयुष अस्पतालों के मालिकों की बैठक बुलाई है, जिसमें बीमा के लिए अस्पतालों को सूचीबद्ध करने की प्रक्रिया शुरू होगी। बैठक में सभी राज्यों के आयुष अधिकारी और बीमा नियामक (इरडा) के अधिकारी भी हिस्सा लेंगे। देश में स्वास्थ्य बीमा में आयुष चिकित्सा को शामिल करने का आदेश एक अप्रेल से लागू किया जा चुका है।
सूत्रों ने बताया कि आयुष को स्वास्थ्य बीमा के लिए अन्य उपचारों के बराबर रखने के साथ-साथ पॉलिसीधारकों को अपनी पसंद के अनुसार उपचार चुनने का विकल्प मिलेगा। बीमा कंपनियां अलग-अलग पॉलिसी के जरिए ऑफर उपलब्ध करा सकती है। इसे लेकर सरकार ने हाल में रोहिणी प्लेटफॉर्म शुरू किया है, जिसमें देश के सरकारी या प्राइवेट आयुष अस्पतालों को जोड़ा जा रहा है।
आयुष मंत्रालय के एक अधिकारी ने बताया कि यह लोगों को आयुर्वेद, योग और प्राकृतिक चिकित्सा, यूनानी, सिद्ध और होम्योपैथी का सस्ता इलाज उपलब्ध कराने की पहल है। इसका लाभ विदेशों से भारत आने वाले रोगियों को भी मिल सकेगा। उन्होंने बताया कि अभी स्वास्थ्य बीमा के जरिए मरीज अस्पतालों में एलोपैथी उपचार ले रहे हैं उसी तरह आयुष स्वास्थ्य सेवाएं भी उपलब्ध होगीं।