सतना। शहर के मध्य स्थित 70 साल पुराने नारायण तालाब की मेड़ मंगलवार की दोपहर करीब 12.30 बजे टूट गई। इससे तालाब के नीचे बसी वार्ड 22 उतैली कॉलोनी, शारदापुरम कॉलोनी और इमराल्ड हाइट्स कॉलोनी में अचानक बाढ़ आ गई। बिना बारिश के एकाएक पानी का रेला आने से बस्ती में अफरातफरी मच गई। लोग कुछ समझ पाते इससे पहले ही उनके घरों, दुकानों और सड़कों पर चार फीट तक पानी भर गया।
पानी के तेज बहाव में एक कार सहित आधा दर्जन बाइकें नाले में बह गईं। स्थिति इतनी गंभीर हो गई कि कुछ लोग अपने घरों की छतों पर चढ़ गए, जबकि कई लोग जान बचाने के लिए घरों से बाहर भागे। पानी के तेज बहाव में फंसे दो बच्चों सहित चार लोगों को पुलिस-प्रशासन ने रेस्क्यू कर बाहर निकाला। बाढ़ से लगभग 300 परिवार प्रभावित हुए। राहत की बात यह रही कि किसी प्रकार की जनहानि नहीं हुई।
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ठेकेदार की लापरवाही से हुआ हादसा
कॉलोनी के प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि तालाब में स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत विकास कार्य चल रहे थे। मंगलवार दोपहर ठेके के कर्मचारी डोला डालने के लिए तालाब की मेड़ को काट रहे थे। उस दौरान मिट्टी कटने से मेड़ का एक हिस्सा पानी के प्रेशर से बह गया, जिससे तालाब से लगी निचली बस्ती में बाढ़ के हालात उत्पन्न हो गए। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार कर्मचारी सुरक्षा मानकों की अनदेखी कर रहे थे, जिसके चलते यह हादसा हुआ। बिना बारिश के अचानक आए इस जलजले ने कॉलोनी में रह रहे लोगों को संभलने का मौका नहीं दिया और उनके घरों, दुकानों और सड़कों पर पानी भर गया। बाढ़ के कारण न केवल आर्थिक नुकसान हुआ, बल्कि लोगों को अपनी जान बचाने के लिए छतों पर चढ़ने या घरों से बाहर भागने की नौबत आ गई।
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दो दर्जन लोगों को रेस्क्यू कर सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया
बाढ़ आने की सूचना मिलते ही पुलिस प्रशासन तुरंत मौके पर पहुंचा और बचाव कार्य में जुट गया। निचली बस्तियों में पानी के तेज बहाव के कारण घरों में फंसे दो दर्जन से अधिक लोगों को पुलिस ने रेस्क्यू कर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया। बाढ़ के कारण कॉलोनी के लगभग 300 परिवार प्रभावित हुए हैं, जिनके घरों और दुकानों में पानी भर गया। अचानक आई इस आपदा से लोगों का लाखों रुपए का आर्थिक नुकसान झेलना पड़ा है।
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तालाब की मेड़ टूटने के कारण आई बाढ़ में उतैली की निचली बस्तियों में पानी भर गया। बाढ़ में किसी प्रकार की कोई जनहानि नहीं हुई। एसडीएम सिटी को बाढ़ प्रभावित घरों व लोगों को हुए आर्थिक नुकसान का सर्वे करने के निर्देश दे दिए हैं।
अनुराग वर्मा, कलेक्टर सतना