Thursday, September 19

रीवा। जवा थाना क्षेत्र के जनकहाई गांव में गत दिवस रामशिरोमणि केवट नाम के व्यक्ति की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। पोस्टमार्टम में डाक्टर्स को गोली नहीं मिली तो यह अनुमान लगाया गया कि शरीर के किसी दूसरे हिस्से में धंसी होगी। जिसके चलते पुलिस ने तय किया कि मृतक को जलाने के बाद उसकी राख से जब अस्थियां उठाई जाएंगी उसी समय गोली की तलाश होगी।   जनकहाई गांव में मृतक की चिता से अस्थियां परिजनों ने समेटी। वहां पर पुलिस भी मौजूद रही।

चिता की राख को बांस की टोकरी में रखकर नदी में बहाया गया ताकि राख बहने के बाद अवशेष उसी में रह जाए। टोकरी में बचे लकड़ी के टुकड़ों के बीच गोली की तलाश की गई लेकिन वह नहीं मिली। इस बीच करीब घंटे भर से अधिक समय तक लोग चिता की राख में गोलियां तलाशते रहे लेकिन वह नहीं मिली।

जिसके चलते अब पुलिस के लिए मामला और उलझाने वाला हो गया है। क्योंकि मृतक के परिजनों ने आरोप लगाया था कि वह गांव के अनिल सिंह नाम के व्यक्ति के यहां ट्रैक्टर चलाता था। उसने मना किया तो ट्रैक्टर मालिक घर पहुंचा और उसे गोली मार दी। डाक्टरों ने भी माना है कि शरीर में गोली लगने जैसा चोट का निशान है लेकिन गोली शरीर से बरामद नहीं कर पाने के चलते पुलिस को विवेचना में और भी तथ्य जोडऩे पड़ेंगे। बता दें कि इस मामले में दो आरोपी दिलीप एवं पिंकू सिंह जेल जा चुके हैं।
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